विश्व की पांचवें नंबर की खिलाड़ी भारत की साइना नेहवाल ने 24 से 29 अप्रैल तक यहां सीरी फोर्ट स्टेडियम में होने वाले योनेक्स सनराइज इंडिया ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट में चीनी खिलाड़ियों की मौजूदगी के बावजूद खिताब जीतने का विश्वास व्यक्त किया है।
साइना ने दो लाख डॉलर की पुरस्कार राशि वाले दूसरे योनेक्स सनराइज इंडिया ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट के लिए शनिवार को यहां आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि चीनी खिलाड़ियों के खिलाफ मुकाबला बहुत मुश्किल होता है लेकिन मार्च में स्विस ओपन में खिताब जीतने से मेरा आत्मविश्वास लौट आया है और मैं चीनी खिलाड़ियों का सामना करने के लिए तैयार हूं।
भारतीय बैडमिंटन संघ के अध्यक्ष डॉ. अखिलेश दास गुप्ता, राष्ट्रीय कोच पुलेला गोपीचंद, युगल विशेषज्ञ ज्वाला गुट्टा और अश्विनी पोनप्पा भी मौजूद थे। टूर्नामेंट का उद्घाटन 23 अप्रैल को होगा और इसके मैच 24 अप्रैल से शुरू होंगे। टूर्नामेंट में 33 देशों के 290 खिलाड़ी हिस्सा लेंगे। छह दिवसीय टूर्नामेंट का फाइनल 29 अप्रैल को होगा।
साइना को गत वर्ष इंडियन ओपन के पहले दौर में सनसनीखेज हार का सामना करना पड़ा था। उसके बाद से उनके लिए एक वर्ष मुश्किलों भरा रहा था। साइना ने कहा कि पिछला एक वर्ष मेरे लिए अच्छा नहीं रहा। टखने में चोट थी और फार्म खराब चल रही थी और मैं टूर्नामेंट नहीं जीत पा रही थी लेकिन इस वर्ष मार्च में स्विस ओपन से मैंने फार्म और आत्मविश्वास दोनों में वापसी की।
भारतीय स्टार ने कहा ओलिम्पिक से पहले मैं चीनी खिलाड़ियों के खिलाफ ज्यादा से ज्यादा खेलना चाहती हूं क्योंकि ओलिम्पिक में यही खिलाड़ी सबसे बड़ी चुनौती रहेंगे। इस बार मुझे इंडिया ओपन में अच्छे प्रदर्शन का विश्वास है और मैं खिताब जीतने की पूरी कोशिश करूंगी।
साइना ने इंडिया ओपन को ओलिम्पिक जैसा बताते हुए कहा कि इसमें तमाम चोटी के खिलाड़ी हिस्सा लेते हैं इसलिए मेरी नजर में यह एक मुश्किल टूर्नामेंट है। टूर्नामेंट के महिला वर्ग में टॉप पांच खिलाड़ियों में तीन चीन की हैं। वांग शिजियान को पहली, ली जुईरूई को दूसरी और जियांग यानजिआओ को चौथी वरीयता मिली है। सायना इन चीनी खिलाड़ियों के बीच तीसरी वरीयता पर हैं।
साइना ने कहा कि मैंने अब तनाव से मुक्त रहकर सहज अंदाज में खेलने की रणनीति बनाई है। मैंने अपनी गति और ताकत को बढ़ाने के लिए अपना वजन भी कुछ कम किया है क्योंकि चीनी खिलाड़ियों का मुकाबला करने के लिए आपको कोर्ट पर तेज मूवमेंट दिखाने की जरूरत पड़ती है।
देश की नंबर एक युगल जोड़ी ज्वाला और अश्विनी ने भी इंडिया ओपन में अच्छे प्रदर्शन का विश्वास जताया। ज्वाला ने कहा कि एशियन चैंपियनशिप और इंडिया ओपन इस समय हमारे लिए दो सबसे महत्वपूर्ण टूर्नामेंट हैं। इनकी तैयारी के लिए ही हमने ऑस्ट्रेलियन ओपन से ब्रेक लिया था ताकि हम अपने घरेलू टूर्नामेंट इंडिया ओपन में अच्छा प्रदर्शन कर सकें।
ज्वाला और अश्विनी ने गत वर्ष विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता था। दोनों गत वर्ष इंडिया ओपन के दूसरे दौर में पराजित हुई थीं लेकिन इस बार दोनों ने इंडिया ओपन के लिए कड़ी मेहनत की है। अश्विनी ने भी कहा कि वे भी अपने प्रदर्शन में सुधार की उम्मीद कर रही हैं।
राष्ट्रीय कोच गोपीचंद ने कहा कि इस बार मुकाबला काफी मुश्किल होगा। चीनी खिलाड़ी टूर्नामेंट में उतर रहे हैं और यहां ओलिम्पिक स्तर जैसी फील्ड भी है लेकिन हमें साइना और ज्वाला, अश्विनी से पदक की उम्मीद है। ज्वाला और वी दीजू मिश्रित युगल में भी अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं।
गोपीचंद ने कहा कि पुरुष एकल में विश्व के 27वें नंबर के खिलाड़ी अजय जयराम, राष्ट्रमंडल खेलों के कांस्य पदक विजेता पी. कश्यप और उभरते स्टार सौरभ वर्मा चौंकाने वाले परिणाम दे सकते हैं। महिला वर्ग में पीवी सिंधू की भी चुनौती मजबूत रहेगी। (वार्ता)