सुनसान है बर्मिंघम की गलियां, नहीं दिख रहा Commonwealth Games का जोश (PICS)

गुरुवार, 28 जुलाई 2022 (15:15 IST)
बर्मिंघम: लंदन ओलंपिक (2012) के बाद इंग्लैंड अपने सबसे बड़े खेल आयोजन राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी के लिए तैयार है लेकिन स्थानीय लोगों में इसे लेकर जोश और जुनून की कमी दिख रही है।

बर्मिंघम को उसके ‘बुल्स रिंग’ के लिए जाना जाता है इसलिए राष्ट्रमंडल खेलों का शुभंकर ‘पैरी’ भी बुल (सांड) की तरह दिखता है।

बर्मिंघम पहुंचने पर इधर-उधर राष्ट्रमंडल खेलों से जुड़े पोस्टर और कुछ बोर्ड जरूर दिखते हैं लेकिन इंग्लैंड के दूसरे सबसे बड़े शहर और वह भी एशियाई लोगों की अधिक आबादी वाले शहर के हिसाब से यह नाकाफी है।

राष्ट्रमंडल के 72 देशों के 5000 से अधिक खिलाड़ी इस बहु-खेल प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए तैयार हैं, लेकिन यहां की आम जनता में इसे लेकर कोई खास रोमांच नहीं है।
 

ऐसा लग रहा है कि लोग इन खेलों से ज्यादा दिलचस्पी महिला यूरो फुटबॉल चैम्पियनशिप में ले रहे है। स्थानीय अखबारों में राष्ट्रमंडल खेलों की जगह यूरो को तवज्जो मिल रही है।

राष्ट्रमंडल खेलों से पहले बर्मिंघम में सबसे बड़े रेलवे स्टेशन में बजा आग लगने का अलार्म

बर्मिंघम के सबसे बड़े रेलवे स्टेशन में राष्ट्रमंडल खेलों से पहले आग लगने का अलार्म बज गया जिससे लोगों के बीच काफी डर का माहौल बन गया लेकिन बाद में चता चला कि कोई आग नहीं लगी है।

रेल से लंदन से बर्मिंघम का सफर कर रहे यात्रियों अजीब हालात का सामना करना पड़ा जब बर्मिंघम के न्यू स्ट्रीट स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर प्रवेश से पहले रेलगाड़ी अचानक रुक गई।

रेल के कर्मचारियों ने घोषणा की कि रेलवे स्टेशन पर आग लगने का अलार्म बजा है। अप्रैल 2019 से मार्च 2020 के बीच चार करोड़ 56 लाख यात्रियों ने इस रेलवे स्टेशन का इस्तेमाल किया था और यह देश के सबसे व्यस्त रेलवे स्टेशन में से एक है।

इसके बाद पूरे स्टेशन को खाली कराया गया और 45 मिनट से अधिक समय तक रेल की आवाजाही प्रभावित रह।
बाद में घोषणा हुई कि कोई आग नहीं लगी है और अलार्म गलती से बजा जिसके बाद लोगों ने चैन की सांस ली।
बर्मिंघम में 22वें राष्ट्रमंडल खेल शुक्रवार से शुरू होंगे।(भाषा)

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