आईओए ने 2 दागी प्रशासकों पूर्व अध्यक्षों सुरेश कलमाड़ी और अभय सिंह चौटाला को आजीवन अध्यक्ष बनाने का फैसला किया था जिसके बाद खेल मंत्रालय ने यह कदम उठाया। इससे पहले आईओए के फैसले की कड़ी आलोचना हुई थी, क्योंकि दोनों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप हैं। विजय गोयल की अगुआई वाले खेल मंत्रालय ने इसके बाद शुक्रवार को आईओए को निलंबित कर दिया।
बिंद्रा ने ट्विटर पर लिखा कि ओलंपिक अभियान और विशेषकर भारत में अभियान को स्वायत्तता के पीछे नहीं छिपाया जा सकता। यह सुशासन और नैतिकता का समय है। भारत के एकमात्र व्यक्तिगत ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता बिंद्रा ने कहा कि भारतीय खेलों में बदलाव सिर्फ बहुमत से होगा। भारत में कानून जरूरी है। भारतीय खेलों और विजय गोयल का आईओए को निलंबित करने का अच्छा कदम।
खेल मंत्रालय ने शुक्रवार को कड़ा रुख अपनाते हुए आईओए को तब तक निलंबित कर दिया, जब तक कि वे दागी कलमाड़ी और चौटाला को आजीवन अध्यक्ष बनाने के फैसले को नहीं पलटते। सरकार ने यह कदम उस समय उठाया, जब आईओए ने समयसीमा के भीतर उसके कारण बताओ नोटिस का जवाब नहीं दिया। (भाषा)