टोक्यो ओलंपिक के सफल आयोजन के लिए तैनात होंगे अतिरिक्त चिकित्साकर्मी, IOC ने की पेशकश

बुधवार, 19 मई 2021 (22:24 IST)
टोक्यो: टोक्यो ओलंपिक के आयोजकों को जब जापान के चिकित्सा समुदाय के कड़े विरोध का सामना करना पड़ रहा है तब अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) के अध्यक्ष थामस बाक ने बुधवार को पेशकश की कि लगभग नौ सप्ताह बाद शुरू होने वाले खेलों के दौरान अतिरिक्त चिकित्साकर्मियों की मदद उपलब्ध रहेगी।

आईओसी और स्थानीय आयोजकों के बीच तीन दिवसीय बैठक के पहले दिन बाक ने अपने वर्चुअल संबोधन में कहा कि यह मदद विभिन्न राष्ट्रीय ओलंपिक समितियों की तरफ से मिलेगी तथा ओलंपिक गांव और खेल स्थलों पर उपलब्ध रहेगी।
 
बाक ने अपने 12 मिनट में संबोधन में जापान के लोगों और तोक्यो आने वाले खिलाड़ियों को यह आश्वासन दिलाने की कोशिश की कि आईओसी महामारी के बीच सुरक्षित ओलंपिक का आयोजन करेगी। बाक ने कहा, ‘‘कुछ कारणों से हम उन्हें (खिलाड़ियों) अभी हर चीज की जानकारी नहीं दे सकते हैं लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात स्पष्ट है। ओलंपिक गांव सुरक्षित स्थान है तथा ओलंपिक और पैरालंपिक का आयोजन सुरक्षित तरीके से किया जाएगा।’’
 
आईओसी अध्यक्ष ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि ओलंपिक गांव में रहने वाले 80 प्रतिशत से अधिक लोगों को टीका लग जाएगा। जापान में रिपोर्टों के अनुसार जापान के ओलंपिक प्रतिनिधिमंडल का जून से टीकाकरण शुरू हो जाएगा।जापान में अभी तक केवल एक से दो प्रतिशत लोगों का पूर्ण टीकाकरण हुआ है और इसकी संभावना बहुत कम है कि आठ अगस्त को ओलंपिक समाप्त होने तक उसके वरिष्ठ नागरिकों का भी पूर्ण टीकाकरण हो पाएगा।
 
बाक ओलंपिक रद्द करने की सबसे मजबूत अपीलों में से एक का जवाब दे रहे थे। तोक्यो चिकित्सा संघ के 6000 सदस्यों ने पिछले सप्ताह ओलंपिक रद्द करने की अपील की थी। उन्होंने इस संबंध में प्रधानमंत्री योशहिदे सुगा, तोक्यो के गवर्नर युरिको कोइके, ओलंपिक मंत्री तमायो मुरुकोवा और आयोजन समिति की प्रमुख सीको हाशिमीतो को पत्र भेजा था।

हाल ही में टोक्यो ओलंपिक 2020 को रद्द करने को लेकर तीन लाख 51 हजार लोगों के हस्ताक्षर वाली ऑनलाइन याचिका टोक्यो की गवर्नर युरिको कोइके को सौंप दी गई थी। याचिका को ओलंपिक और पैरालंपिक समितियों के प्रमुखों को भी भेजा गया था।
 
जापान की कुल 59 प्रतिशत आबादी टोक्यो में कोरोना महामारी के प्रकोप के कारण आगामी टोक्यो ओलंपिक खेलों को रद्द किए जाने के पक्ष में है। जापान के राष्ट्रीय समाचार पत्र योमिउरी शिंबुन ने व्यक्तिगत तौर पर कराए ताजा सर्वे के आधार यह दावा किया था।(एपी)

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