एआईएफएफ के महासचिव कुशल दास ने यहां एआईएफएफ मुख्यालय फुटबॉल हाउस में सोमवार को कहा कि हमें अभी तक कोई आधिकारिक सूचना नहीं मिली है। यह सब मौखिक है, हालांकि यह निराशाजनक है और मैं इस फैसले के पीछे का कारण जानना चाहूंगा।
कुशल दास ने साथ ही कहा कि यदि यह फैसला पिछले 4 वर्षों के प्रदर्शन पर आधारित है तो यह वाकई अफसोसजनक है, क्योंकि पिछले 2-3 वर्षों में भारतीय फुटबॉल ने उल्लेखनीय सुधार किया है। आईओए को यह फैसला करने से पहले कम से कम हमसे विचार तो कर लेना चाहेंगे। (वार्ता)