भारतीय महिला हॉकी टीम ने जीती एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी

शनिवार, 5 नवंबर 2016 (21:07 IST)
सिंगापुर। दीपिका ठाकुर के आखिरी मिनट में किए गए निर्णायक गोल की बदौलत भारतीय महिला हाकी टीम ने यहां रोमांचक फाइनल में चीन को 2-1 से पराजित करके पहली बार महिला एशिया चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता। इस जीत से भारत ने चीन के हाथों कल आखिरी लीग मैच में मिली हार का बदला भी चुकता कर दिया। महिला टीम से पहले पुरुष टीम ने क्वांटन में पाकिस्तान को हराकर पुरुष वर्ग में यह महाद्वीपीय खिताब जीता था। 
भारत की तरफ से दीप ग्रेस एक्का (13वें मिनट) में पेनल्टी कॉर्नर पर गोल किया जबकि वंदना कटारिया (60वें मिनट)  ने भी पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलकर टीम को यादगार जीत दिलाई। चीन को झोंग मेंगलिंग ने 44वें मिनट में बराबरी दिलायी थी। भारत इससे पहले महिला एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी में 2013 में जापान के बाद उप विजेता रहा था जबकि 2010 में पहले टूर्नामेंट में उसे तीसरे स्थान से संतोष करना पड़ा था।   

भारतीय महिला टीम ने हालांकि इसके बाद भी दबदबा बनाये रखा। चीन को तीसरे क्वार्टर में अपना पहला पेनल्टी कार्नर मिला लेकिन वह उस पर गोल नहीं कर पाया। चौथे क्वार्टर में दोनों टीमों ने अपनी तरफ से प्रयास किये। आखिर में रानी ने चीन के सर्किल में प्रवेश करके पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया। तब अंतिम हूटर बजने के लिये केवल एक मिनट बचा था। 
 
भारत के पास यह गोल करने का सुनहरा अवसर था। टूर्नामेंट में सर्वाधिक गोल करने वाली दीपिका ने अंतिम हूटर बजने से 30 सेकेंड पहले गोल दागकर भारतीय खेमे में खुशी की लहर दौड़ा दी। इस खिताबी जीत पर हॉकी इंडिया ने प्रत्येक खिलाड़ी और कोच नील हागुड के लिए दो-दो लाख रुपए के पुरस्कार की घोषणा की। इसके अलावा महासंघ ने टीम के अन्य सहयोगी स्टाफ के लिए एक लाख रुपए की घोषणा की। टूर्नामेंट में सर्वाधिक गोल करने वाली दीपिका को अलग से एक लाख रुपए दिए जाएंगे। (भाषा)

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