एटीके के मुख्य कोच मोलिना ने टीम की सराहना की

सोमवार, 19 दिसंबर 2016 (12:53 IST)
कोच्चि। एटलेटिको डि कोलकाता के मुख्य कोच जोस मोलिना ने रविवार रात यहां इंडियन सुपर लीग फुटबॉल टूर्नामेंट में दूसरी खिताबी जीत के लिए अपनी टीम की जमकर तारीफ की। एटीके ने फाइनल में केरल ब्लास्टर्स को पेनल्टी शूटआउट में 4-3 से हराया और दूसरी बार खिताब जीता।

 
इससे पहले उसने 2014 में भी केरल की टीम को ही खिताबी मुकाबले में पराजित किया था। मोलिना ने कहा कि हम एक टीम के तौर पर खेले। हमने एक टीम के रूप में आक्रमण किया और एक टीम के रूप में रक्षण किया। निश्चित तौर पर अच्छी टीम के लिए आपको अच्छे खिलाड़ियों की जरूरत पड़ती है लेकिन मैंने पहले दिन से खिलाड़ियों से कहा था कि हमें व्यक्तिगत खिलाड़ी के रूप में नहीं बल्कि टीम के रूप में खेलना है।
 
उन्होंने कहा कि कई बार आपके पास बहुत अच्छे खिलाड़ी होते हैं लेकिन टीम अच्छी नहीं होती है। मुझे यह पसंद नहीं है। मुझे मैदान पर 11 खिलाड़ियों का मिलकर काम करना पसंद है। मेरे सभी खिलाड़ी मेरी बात को समझते हैं और वे एक टीम के रूप में खेलते हैं और मैं इससे बहुत खुश हूं।
 
मोलिना ने कहा कि यह टीम पिछले साल से काफी भिन्न है। इस टीम में पिछले साल की टीम के केवल 4 खिलाड़ी हैं। दुनिया में हर जगह कोई लीग 9 से 10 महीने तक चलती है इसलिए आपके पास अलग-अलग चीजें आजमाने का समय होता है लेकिन यहां केवल 10-12 सप्ताह का समय मिलता है और आपको मैच जीतने के लिए कोई भी चीज जल्दी करनी पड़ती है।
 
उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि हमने पहले दिन से ही अच्छा काम किया। हमने केवल 2 मैच गंवाए। कुछ मैचों में हम बेहतर खेल दिखा सकते थे। आखिर में हम फाइनल में पहुंचे और आखिर में खिताब जीते। दोनों टीमें 90 मिनट और फिर 30 मिनट के अतिरिक्त समय तक 1-1 से बराबरी पर थी जिसके बाद पेनल्टी शूटआउट का सहारा लिया गया। एटीके ने 2014 के फाइनल में केरल ब्लास्टर्स को एकमात्र गोल से हराया था।
 
दूसरी तरफ केरल के मुख्य कोच स्टीव कोपेल फाइनल तक के कार्यक्रम पर निराशा जताई। कोपेल ने कहा कि हम हारे नहीं हमने मैच ड्रॉ कराया। हमने पेनल्टी शूटआउट में खिताब गंवाया। मैं कोलकाता को बधाई देना चाहता हूं। मैच बराबरी का रहा और इसमें कोई भी जीत दर्ज कर सकता था। 2 बेहद थकी हुई टीमें फाइनल खेल रही थीं। मैं अपनी बात करूं तो हमने 7 दिनों में 3 मैच खेले। हम तब दिल्ली (सेमीफाइनल का दूसरा चरण खेलने के लिए) गए जबकि हमें दिल्ली का दौरा नहीं करना चाहिए था।
 
उन्होंने कहा कि मैं इस तरह की बात नहीं करना चाहता हूं कि जिससे लगे कि हम बहाना बना रहे हैं, क्योंकि कोलकाता जीत गया है लेकिन हमें दिल्ली नहीं जाना चाहिए था। दिल्ली में मैच के बाद हमें वहां से यहां आने के लिए कोई उड़ान नहीं मिली और हमें 1 दिन अतिरिक्त दिन दिल्ली में रुकना पड़ा और अगले दिन ही कोच्चि पहुंच पाए।
 
कोपेल ने कहा कि हवाई टिकटों के मसले के कारण हमने टीम को 5 भिन्न समूहों में बांटा। खिलाड़ी सुबह 5 बजे से यहां आने से शुरू हो गए थे और आखिरी ग्रुप रात 8 बजे यहां पहुंचा। इन सब बातों को देखते हुए मैं कहूंगा कि मेरे खिलाड़ियों ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया। मैं अपने प्रशंसकों का भी आभार व्यक्त करना चाहूंगा। मैं उनसे माफी भी मांगता हूं कि हम ट्रॉफी नहीं जीत पाए लेकिन यह शानदार अनुभव रहा। (भाषा)

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