अखिल और जितेंदर दोनों ही हरियाणा पुलिस में डीएसपी पद पर कार्यरत हैं और उन्हें पेशेवर बनने की अनुमति मिलने का इंतजार है। वे हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर और खेलमंत्री अनिल विज के सामने भी अपना पक्ष रख चुके हैं, लेकिन उनका आवेदन अब भी लालफीताशाही के चक्कर में फंसा है तथा उसे एक विभाग से दूसरे विभाग में भेजा जा रहा है, जबकि हरियाणा पुलिस में ही कार्यरत विजेंदर को पहले अनुमति दे दी गई थी।
आईओएस बॉक्सिंग प्रमोशन के नीरव तोमर ने कहा, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि अखिल और जितेंदर को उनके विभाग से अनुमति नहीं मिली है। हमें उम्मीद थी कि दोनों मुक्केबाज 17 दिसंबर को पदार्पण करेंगे लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। हम अब जब अगले मुकाबले की योजना बनाएंगे, तभी उनका पदार्पण हो पाएगा। विजेंदर अपने डब्ल्यूबीओ एशिया पैसेफिक सुपर मिडिलवेट खिताब के बचाव के लिए दस राउंड के मुकाबले में तंजानिया के फ्रांसिस चेका से भिड़ेंगे। (भाषा)