विकास ने कहा कि मैं इस साल के अंत में और अगले साल के शुरू होने तक पेशेवर बनने की योजना बना रहा हूं। मैं भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बीएफआई) का सहयोग चाहता हूं। अगर बीएफआई के अध्यक्ष अजय सिंह इस कदम से सहमत हैं तो मैं इसे गंभीरता से विचार करूंगा। अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ ने पहले ही एमेच्योर और पेशेवर के बीच विभाजन समाप्त कर दिया है।
उन्होंने कहा कि मैं देश के लिए एमेच्योर स्पर्धाओं में भाग लेना चाहता हूं और इसलिए मैं राष्ट्रीय महासंघ के पेशेवर बनने को मंजूरी देने का इंतजार करूंगा। नया महासंघ मुक्केबाजी के लिए अच्छा काम कर रहा है और यह मेरे लिए मनोबल बढ़ाने वाला होगा, अगर महासंघ मेरे फैसले में मेरे साथ होता है। (भाषा)