मनोज ने लिखा, “संघ की वार्षिक आम बैठक और चुनाव के लिए बीएफआई के सभी यूनिट को अधिसूचना भेजी गयी थी और निर्वाचन अधिकारी भी अपना काम शुरु करने वाले थे। लेकिन जब बीएफआई के अध्यक्ष अजय सिंह ने देखा कि आशीष शेल्लार के रुप में एक मजबूत उम्मीदवार ने नामांकन दाखिल किया तो वह सकते में आ गए और उन्होंने चुनाव स्थगित कर दिए।”
उन्होंने कहा, “इस तुगलकी फरमान से भारत के मुक्केबाजों पर असर पड़ सकता है क्योंकि इस कारण अंतरराष्ट्रीय संघ बीएफआई पर प्रतिबंध लगा सकते हैं। अगर हम कोरोना काल में बिहार और हैदराबाद में चुनाव करा सकते हैं तथा अन्य खेल संघ चुनाव करा रहे हैं तो बीएफआई चुनाव क्यों नहीं करा सकता।”
मनोज ने कहा, “आरके सचेती जिनका 2010 राष्ट्रमंडल खेलों के घोटाले में नाम है और उनके घर में कई बार छापे पड़ चुके हैं उन्हें बीएफआई अध्यक्ष अजय सिंह ने बड़े पद पर नियुक्त किया जिससे सचेती संघ पर अपना पूरा नियंत्रण रख सकें।”