कोंस्टेनटाइन ने मैच के बाद कहा, दोहा आने से पहले हमारा यही उद्देश्य था कि खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अधिक से अधिक खेलने का मौका मिलना चाहिए। टूर्नामेंट के लिए हमने 18 से 19 खिलाड़ियों को खेलने का मौका दिया है। हम जो हासिल करना चाहते थे उसमें अब तक सफल रहे हैं और धीरे-धीरे अपने खेल में सुधार कर रहे हैं। तुर्कमेनिस्तान के खिलाफ मिली 3-1 की जीत शानदार जीत है।
कोच ने कहा, दुर्भाग्यवश पहले दो मैचों में हमें हार का सामना करना पड़ा। लेकिन इसके बाद खिलाड़ियों ने काफी मेहनत की जिसकी बदौलत हम इस जीत के हकदार बने। पिछले दो वर्षों में हमने काफी मेहनत की है। भारत एएफसी एशियाई कप में क्वालीफाई करने के करीब है। इसके बावजूद भारत को एएफसी एशियाई कप में नियमित रूप से क्वालीफाई करने की जरुरत है ताकि वह भविष्य में विश्वकप के लिए भी क्वालीफाई कर सके। (वार्ता)