उन्होंने कहा कि हम यहां पदक जीतने के लिए आए थे, लेकिन हम यह हासिल नहीं कर पाए। इस टूर्नामेंट में हम काफी खराब खेले। हम काफी निराश हैं, हमने उम्मीद नहीं की थी कि इस दौरे पर यह नतीजा रहेगा। उन्होंने कहा कि हमें कई चीजों में सुधार करना होगा, जैसे प्रत्येक मौके का फायदा उठाना क्योंकि प्रत्येक मैच में हमें पहले दो मिनट में मौके मिले लेकिन हम हमेशा इसका फायदा उठाने में चूक गए।
भारत ने फाउल करके इंग्लैंड को पहला पेनल्टी कॉर्नर मिला। वार्ड के प्रयास को अमित रोहिदास ने रोक दिया लेकिन दूसरे प्रयास में वार्ड ने दाएं छोर पर गोल दागकर सातवें मिनट में इंग्लैंड को 1-0 से आगे कर दिया। भारतीय फॉरवर्ड्स को इंग्लैंड की मैन टू मैन मार्किंग से काफी परेशानी हुई। भारत के लिए मनदीप सिंह और ललित उपाध्याय ने इसके बाद अच्छा मौका बनाया। रोहिदास और वरुण ने इसके बाद अच्छे तालमेल से गोल दागकर भारत को 1-1 से बराबरी दिला दी।
भारत को 31वें मिनट में एक और मौका मिला लेकिन ललित के शॉट को मनदीप गोल की राह नहीं दिखा सके। इंग्लैंड के भारतीय डिफेंस की खामी से 39वें और 42वें मिनट में दो पेनल्टी कॉर्नर मिले। भारतीय गोलकीपर पीआर श्रीजेश ने वार्ड की पहली ड्रैग फ्लिक को रोका लेकिन दूसरी पेनल्टी कॉर्नर को वार्ड ने गोल में डालकर इंग्लैंड को 2-1 से आगे कर दिया। भारत ने इसके बाद बराबरी हासिल करने की भरसक कोशिश की लेकिन सफलता नहीं मिली। इंग्लैंड को 50वें और 54वें मिनट में दो और पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन टीम इनमें से किसी को भी गोल में नहीं बदल सकी। (भाषा)