राष्ट्रमंडल खेलों में भाग लेंगे भारत के 227 खिलाड़ी

सोमवार, 26 फ़रवरी 2018 (20:16 IST)
नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में चार से 15 अप्रैल के बीच होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों में भारत के 227 खिलाड़ी भाग लेंगे, जिनमें 27 निशानेबाज भी शामिल हैं, जिनके 2022 में होने वाले खेलों में भाग लेने को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है।


आईओए अध्यक्ष नरिंदर बत्रा ने राष्ट्रमंडल खेलों के लिए आधिकारिक पोशाक के अनावरण के अवसर पर उम्मीद जताई कि भारत ग्लास्गो में 2014 में हुए खेलों की तुलना में इस बार बेहतर प्रदर्शन करेगा। बत्रा ने कहा, हम ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में चार से 15 अप्रैल के बीच होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों में 227 सदस्‍यीय दल भेज रहे हैं, जो भारत का इन खेलों में अब तक का दूसरा सबसे बड़ा दल होगा।

भारत ने नई दिल्ली में 2010 में खेले गए राष्ट्रमंडल खेलों में 619 खिलाड़ी उतारे थे और तब उसने 38 स्वर्ण सहित 101 पदक जीते थे। इसके चार साल बाद ग्लास्गो में भारत के 215 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था, जिन्होंने 15 स्वर्ण सहित 64 पदक जीते थे।

बत्रा ने कहा, हमारी कुछ टीमें गोल्ड कोस्ट में अभ्यास कर रही हैं, जिनमें भारोत्तोलन, एथलेटिक्स, बॉस्केटबाल शामिल हैं। कुछ टीमें जल्द वहां के लिए रवाना हो जाएंगी, जबकि बाकी टीमें मार्च के आखिर तक पहुंच जाएंगी। गोल्ड कोस्ट में खेलगांव 27 मार्च को खुल जाएगा।

उन्होंने कहा, हमने ग्लास्गो में 64 पदक जीते थे, लेकिन इस बार हमें इससे बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है। हम खिलाड़ियों को उनके सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए शुभकामनाएं देते हैं। राष्ट्रमंडल खेल महासंघ (सीजीएफ) ने इस बार हर देश के लिए प्रत्‍येक खेल में कोटा तय किया है।

भारत एथलेटिक्स में सर्वाधिक 37 सदस्‍यीय दल भेजेगा, हालांकि पहले उसके लिए 32 सदस्यों का कोटा तय किया गया था। इसके अलावा हॉकी में 36 और निशानेबाजी में 27 खिलाड़ी देश का प्रतिनिधित्व करेंगे। निशानेबाजी में भारत का कोटा 30 से घटाकर 27 कर दिया गया है और 2022 में इस खेल के बने रहने को लेकर भी अनिश्चितता बनी हुई है।

हालांकि इस अवसर पर उपस्थित खेलमंत्री और ओलंपिक रजत पदक विजेता निशानेबाज राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने आशा व्यक्त की कि राष्ट्रमंडल खेलों में यह खेल बना रहेगा। राठौड़ ने कहा, इस संदर्भ में सीजीएफ को पत्र भेजा गया है। हम अपनी तरफ से पूरे प्रयास कर रहे हैं कि इस खेल को राष्ट्रमंडल खेलों में बनाया रखा जाए। इस बारे में अभी अंतिम फैसला नहीं किया गया है।

आईओए महासचिव राजीव मेहता ने भी कहा कि निशानेबाजी को अभी 2022 खेलों से बाहर नहीं किया गया है। उन्होंने कहा, आईओए निशानेबाजी को राष्ट्रमंडल खेलों में बनाए रखने के लिए अपनी तरफ से हरसंभव प्रयास करेगा। अभी अक्‍टूबर में बैठक होनी है, जिसमें इस पर चर्चा की जाएगी।

इस अवसर पर खिलाड़ियों की पोशाक का भी अनावरण किया गया। पहली बार महिला खिलाड़ी भी पुरुष खिलाड़ियों की तरह गहरे नीले रंग की सूट में दिखेंगी। इस मौके पर खेलमंत्री ने स्टार निशानेबाज जीतू राय, बैडमिंटन खिलाड़ी एचएस प्रणय, पुरुष हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह, महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल, हॉकी खिलाड़ी रूपिंदर पाल सिंह, सविता पूनिया, निशानेबाज अनुराज सिंह, अनीश, जिम्नास्ट दीपा करमाकर, मोहम्मद बाबी, गौरव कुमार और प्रणिता दास को पोशाक सौंपी।

दीपा हालांकि चोटिल होने के कारण राष्ट्रमंडल खेलों में भाग नहीं लेंगी। रियो ओलंपिक में प्रत्‍येक खिलाड़ी का एक करोड़ रुपए का बीमा करने वाले एडिलवाइज टोकियो लाइफ इंशुरेंस ने राष्ट्रमंडल खेलों में प्रत्‍येक खिलाड़ी का 50 लाख रुपए का जीवन बीमा करने की भी घोषणा की। एडिलवाइज इस साल होने वाले राष्ट्रमंडल और एशियाई खेलों के अलावा 2020 टोक्यो ओलंपिक के लिए भी भारतीय दल का प्रायोजक होगा। (भाषा)

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