हमने इस मैच से बहुत कुछ सीखा है और दोस्ताना अंतरराष्ट्रीय मैच इसीलिए होते हें।' उन्होंने पांच स्थानापन्न खिलाड़ियों को उतारा लेकिन गोल नहीं हो सका। उन्होंने कहा,'मुझे इसी तरह के मैच की उम्मीद थी। हमने दूसरे हाफ में लय खो दी। हमने कई खिलाड़ियों को आजमाया और इन दोस्ताना मैचों का यही फायदा होता है।' कोच ने कहा कि अभ्यास के लिए अधिक समय मिलने पर प्रदर्शन बेहतर होता।
उन्होंने कहा,'भारतीय टीम का अभ्यास शिविर नौ दिन का था जबकि नेपाल छह सप्ताह से अभ्यास कर रहा था। समय होने पर यह टीम बेहतर प्रदर्शन करती।' भारत को अब आठ सितंबर को ईरान से विश्व कप क्वालीफायर मैच खेलना है।