भूपति ने कहा कि इस साल हमारे सामने चुनौतियां हैं और हमें इनसे पार पाने की उम्मीद है। भारत में मौजूदा आर्थिक हालात और पैसे खर्च करने को लेकर अनिश्चितता को देखते हुए मैंने रोजर और सेरेना दोनों से बात की और उन्हें स्थिति के बारे में बताया। पहले दो सत्र में उन्होंने आईपीटीएल का काफी समर्थन किया और हम भविष्य में उन्हें दोबारा जोड़ने को लेकर बेताब हैं।