सिंह के बेटे बिंदु दारा सिंह अपने पिता की जयंती के अवसर पर नवंबर में सबसे पहले पंजाब में इस चित्रकथा को पेश कर सकते हैं। दारा सिंह का जन्म 19 नवंबर 1928 को हुआ था। एमेनुअल ने बताया कि इस चित्रकथा के संवाद मुंबई में रहने वाले मारूक के होंगे, जो एक जाने-माने संवाद लेखक हैं। (भाषा)