झांझरिया-सरदार बनेंगे खेल रत्न, 17 खिलाड़ी अर्जुन

मंगलवार, 22 अगस्त 2017 (16:54 IST)
नई दिल्ली। रियो पैरालंपिक के स्वर्ण पदक विजेता भाला फेंक एथलीट देवेंद्र झांझरिया और पूर्व भारतीय हॉकी कप्तान सरदारसिंह को इस वर्ष 29 अगस्त को खेल दिवस के दिन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद देश के सर्वोच्च खेल पुरस्कार राजीव गांधी खेल रत्न से राष्ट्रपति भवन में सम्मानित करेंगे। राष्ट्रपति इसके साथ ही क्रिकेटर चेतेश्वर पुजारा और हरमनप्रीत कौर सहित 17 खिलाड़ियों को प्रतिष्ठित अर्जुन पुरस्कार भी प्रदान करेंगे।
 
सरकार ने मंगलवार को आधिकारिक रूप से इन राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों के लिए खिलाड़ियों की घोषणा कर दी जिनके नामों की अर्जुन पुरस्कार समिति और द्रोणाचार्य पुरस्कार समिति ने सिफारिश की थी। द्रोणाचार्य पुरस्कारों से केवल कोच सत्यनारायण को हटाया गया है जिनके खिलाफ एक आपराधिक मामला अदालत में लंबित है।
 
केंद्रीय खेल मंत्री विजय गोयल ने गत शुक्रवार रात इन नामों की फाइलों को अपनी मंजूरी दे दी थी जिसके अगले दिन सत्यनारायण का नाम द्रोणाचार्य सूची से हटाया गया था। सरकार की आधिकारिक घोषणा के बाद देवेंद्र और सरदार खेल रत्न बनेंगे जबकि सात कोचों को द्रोणाचार्य सम्मान दिया जाएगा। 17 खिलाड़ियों को अर्जुन पुरस्कार मिलेगा। तीन खिलाड़ियों को आजीवन ध्यानचंद पुरस्कारों से सम्मानित किया जाएगा।
 
राष्ट्रपति खेल दिवस के दिन राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक विशेष समारोह में इन खिलाड़ियों को इन पुरस्कारों से सम्मानित करेंगे। खेल रत्न में साढ़े सात लाख की पुरस्कार राशि दी जाएगी जबकि अर्जुन द्रोणाचार्य और ध्यानचंद में पांच-पांच लाख रुपए की पुरस्कार राशि दी जाएगी।  
 
36 वर्षीय झाझरिया इस तरह खेल रत्न बनने वाले पहले पैरा एथलीट बनेंगे। झाझरिया ने गत वर्ष रियो पैरालंपिक में भाला फेंक एफ-46 स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था। वह इससे पहले 2004 के एथेंस पैरालंपिक में भी भाला फेंक में स्वर्ण जीत चुके हैं।
 
राजस्थान के झाझरिया ने इसके अलावा 2013 की आईपीसी विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक और 2015 की ही आईपीसी विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक जीता था। झाझरिया ने 2004 और 2016 के पैरालंपिक खेलों में नये विश्व रिकॉर्ड बनाते हुये स्वर्ण पदक जीते थे।
 
दुनिया के बेहतरीन मिडफील्डरों में शुमार सरदारसिंह की अगुवाई में भारत ने 2014 के इंचियोन एशियाई खेलों में 16 वर्ष के अंतराल के बाद जाकर हॉकी में स्वर्ण पदक हासिल किया था और रियो ओलंपिक के लिये सीधे क्वालीफाई किया था।
 
सरदार की अगुवाई में भारत ने न केवल पिछले एशियाई खेलों का स्वर्ण पदक जीता था बल्कि सीधे रियो ओलंपिक का टिकट भी पाया था। सरदार का शुमार दुनिया के बेहतरीन मिडफील्डरों में होता है। जब वह 2008 के सुल्तान अजलान कप में भारतीय कप्तान बने थे तो उस समय कप्तानी संभालने वाले वह सबसे युवा कप्तान बने थे।
 
अर्जुन पुरस्कार के लिये क्रिकेटर चेतेश्वर पुजारा और महिला क्रिकेटर हरमनप्रीत सिंह, रियो पैरालंपिक में पुरूष ऊंची कूद में कांस्य पदक हासिल करने वाले वरूण सिंह भाटी, बास्केटबॉल खिलाड़ी प्रशांती सिंह, गोल्फर एसएसपी चौरसिया और महिला फुटबालर ओनम बेमबेम देवी शामिल हैं।
 
इनके अलावा टेनिस खिलाड़ी साकेत मिनैनी, रियो पैरालंपिक में स्वर्ण जीतने वाले ऊंची कूद एथलीट मरियपन्न थंगावेलू , महिला तीरंदाज वीजे सुरेखा, एथलीट खुशबीर कौर और आरोकिया राजीव, हॉकी खिलाड़ी एस वी सुनील, पहलवान सत्यव्रत कादियान, टेबल टेनिस खिलाड़ी एंथोनी अमलराज, निशानेबाज पीएन प्रकाश, कबड्डी खिलाड़ी जसवीर सिंह और मुक्केबाज़ देवेंद्रो सिंह अर्जुन अवार्ड ग्रहण करेंगे। इस तरह रियो पैरालंपिक के चार पदक विजेताओं में से तीन को इस बार पुरस्कारों से सम्मानित किया जाएगा।
 
न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) सी के ठक्कर की अध्यक्षता वाली खेल रत्न और अर्जुन पुरस्कार समिति तथा राष्ट्रीय बैडमिंटन कोच पुलेला गोपीचंद की अध्यक्षता वाली द्रोणाचार्य अवार्ड समिति ने खिलाड़ियाें और कोचों का चयन किया था। इन दोनों समितियों की सिफारिश में सिर्फ सत्यनारायण को हटाया गया है।
 
अर्जुन पुरस्कार के लिए नामित किए गए क्रिकेटर पुजारा ने आज ही अपना 50वां टेस्ट खेला और शतक के साथ टेस्ट क्रिकेट में 4000 रन भी पूरे कर लिये। हरमनप्रीत कौर ने महिला विश्वकप में सेमीफाइनल में गत चैंपियन आस्ट्रेलिया के खिलाफ नाबाद 171 रन की तूफानी पारी खेलकर भारत को फाइनल में पहुंचा दिया।
 
मरियप्पन ने रियो पैरालंपिक में ऊंची कूद में स्वर्ण पदक और भाटी ने कांस्य पदक हासिल किया था। गोल्फर चौरसिया ने 2016 और 2017 में लगातार इंडियन ओपन के खिताब जीतकर अपना नाम भारतीय गोल्फ इतिहास में दर्ज करा लिया है।
 
खिलाड़ियों के नामों की सूची इस प्रकार है-
खेल रत्न : देवेंद्र झाझरिया (पैरा एथलीट) और सरदारसिंह (हॉकी)।
अर्जुन अवार्ड : चेतेश्वर पुजारा (क्रिकेट), हरमनप्रीत कौर (क्रिकेट), वरुण सिंह भाटी (पैरा एथलीट), प्रशांती सिंह (बास्केटबॉल), एसएसपी चौरसिया (गोल्फ), ओनम बेमबेम देवी (महिला फुटबॉल), साकेत मिनैनी (टेनिस), मरियपन्न थंगावेलू (पैरा एथलीट), वीजे सुरेखा (तीरंदाजी), खुशबीर कौर (एथलेटिक्स), आरोकिया राजीव( एथलेटिक्स), एसवी सुनील (हॉकी), सत्यव्रत कादियान (कुश्ती), एंथोनी अमलराज (टेबल टेनिस), पीएन प्रकाश(निशानेबाजी), जसवीर सिंह (कबड्डी), देवेंद्रो सिंह (मुक्केबाजी)।
द्रोणाचार्य पुरस्कार : स्वर्गीय डॉ. रामकृष्णन गांधी(एथलेटिक्स), हीरानंद कटारिया (कबड्डी)।
लाइफटाइम द्रोणाचार्य अवॉर्ड- जीएसएसवी प्रसाद (बैडमिंटन), बृजभूषण मोहंती (मुक्केबाजी), पीए रफेल (हॉकी), संजय चक्रवर्ती (निशानेबाजी) और रोशन लाल (कुश्ती)।
ध्यानचंद अवॉर्ड- भूपेंद्र सिंह (एथलेटिक्स), सैयद शाहिद हकीम (फुटबॉल) और सुमरई टेटे (हॉकी)। (वार्ता) 

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