नेमार ने कहा कि मैं इतना आगे नहीं बढ़ा कि कहूं कि मैं दोबारा खेलना नहीं चाहता लेकिन मैं गेंद की तरफ नहीं देखना चाहता था या और फुटबॉल मैच नहीं देखना चाहता था। रिस सेंट जर्मेन का यह फारवर्ड अपने नेमार पराइया ग्रांडे इंस्टीट्यूट पर बोल रहा था जहां रेड बुल नेमार जूनियर फाइव्स (फाइव ए साइड फुटबॉल) टूर्नामेंट खेला जा रहा है।
नेमार के साथ इस दौरान उनका छह साल का बेटा डेवि लुका भी मौजूद था। नेमार ने कहा कि मैं गम में था, मैं बेहद दुखी था लेकिन दुख धीरे धीरे खत्म हो गया। मेरे पास मेरा बेटा, मेरा परिवार, मेरे मित्र हैं और वे मुझे दुख में नहीं देखना चाहते थे। दुखी होने से अधिक मेरा पास खुश होने का कारण है। (भाषा)