24 वर्षीय भारतीय ने रविवार रात को नार्वे प्रीमियर लीग में स्टाबीक एफसी की ओर से पहला मुकाबला आइके स्टार्ट के खिलाफ खेला जिसमें उनकी टीम ने 5-0 से एकतरफा जीत दर्ज की। संधू ने 2014 में स्टाबीक एफसी के साथ करार किया था लेकिन इससे पहले उन्होंने नार्वे प्रीमियर लीग में कोई मुकाबला नहीं खेला था। हालांकि नार्वे कप में उन्होंने पांच मैच खेले थे।
स्टीफन कांस्टेनटाइन के टीम के कोच बनने के बाद से संधू पिछले एक वर्ष से भारतीय फुटबॉल टीम के शीर्ष गोलकीपर हैं। संधू राष्ट्रीय फुटबॉल टीम से लाओस में जुड़ेंगे, जहां उन्हें दो जून को 2019 एशियन कप क्वालिफायर का प्लेऑफ मुकाबला खेलना है।
संधू से पहले बंगाल के फुटबॉलर मोहम्मद सलीम ने 1936 में सेल्टिक एफसी की ओर से स्कॉटलैंड प्रीमियर लीग में खेला था लेकिन तब उसे प्रीमियर डिवीजन का दर्जा नहीं मिला था। उनके बाद पूर्व भारतीय कप्तान बाईचुंग भूटिया 1999-2000 में थर्ड डिवीजन इंग्लिश लीग बूरी एफसी की ओर से, जबकि मौजूदा कप्तान सुनील छेत्री 2012 में स्पोर्टिंग लिस्बन की बी टीम की ओर से खेले। (वार्ता)