नई दिल्ली। फर्राटा धाविका हिमा दास ने कहा कि उन्होंने ऐसा समय भी देखा है, जब वे अपने साधारण जूते पर खुद से एडिडास लिखती थीं लेकिन अब खेल सामग्री बनाने वाली यह बड़ी कंपनी उनकी जरूरत के हिसाब से जूते तैयार करती है जिस पर उनका नाम लिखा होता है।
कोविड-19 महामारी के कारण एनआईएस-पटियाला में फंसी 20 साल की इस धाविका ने कहा कि शुरुआत में मैं नंगे पांव दौड़ती थी। जब मैं पहली बार राष्ट्रीय प्रतियोगिता में हिस्सा ले रही थी, तब मेरे पिता मेरे लिए स्पाइक्स वाले जूते ले आए थे। ये सामान्य जूते थे जिस पर मैने खुद से एडिडास लिख दिया था।