मल्हाराश्रम मैदान पर प. दिनदयाल उपाध्याय व नानाजी देशमुख की जन्म शताब्दी के तहत विक्रम स्पोर्ट्स की मेजबानी में हुए फेडरेशन कप के पुरुष वर्ग के फाइनल में सर्विसेस ने बेहतर रेडिंग व उम्दा डिफेंस की बदौलत महाराष्ट्र को 32-24 से पराजित कर विजेता होने का गौरव अर्जित किया। इसके पूर्व खेले गए सेमीफाइनल में सर्विसेस ने राजस्थान को आसानी से 31-14 से तथा महाराष्ट्र ने उत्तराखंड को 32-17 से पराजित किया।
महिला वर्ग के खिताबी मुकाबले में हिमाचल प्रदेश व इंडियन रेलवे के मध्य कड़ा संघर्ष देखने को मिला। हर एक अंक के लिए दोनों टीमों के मध्य जमकर मैदानी संघर्ष हुआ। अंतिम क्षणों में हिमाचल प्रदेश ने बाजी अपने पक्ष में 32-30 से अपने नाम कर ली। सेमीफाइनल में हिमाचल प्रदेश ने पंजाब को 43-36 से तथा इंडियन रेलवे ने महाराष्ट्र को 31-29 से शिकस्त दी।
स्पर्धा के पुरस्कार केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत के मुख्य आतिथ्य में वितरित किए गए। इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय फेडरेशन के अध्यक्ष जर्नादन सिंह गहलोत, विधायक उषा ठाकुर, भाजपा नगर अध्यक्ष कैलाश शर्मा, आईडीए के पूर्व अध्यक्ष मधु वर्मा, पूर्व खेल मंत्री महेश जोशी, गोलू शुक्ला, पिंटू जोशी, श्रीमती आशा विजयवर्गीय, म.प्र. कबड्डी संघ के सचिव श्रीकृष्ण लक्कड़, डीएचएल के संतोष सिंह के आतिथ्य में वितरीत किए गए।
स्पर्धा के सफल संचालन के लिए रामप्रकाश गौतम, राजू चौहान, मन्नालाल बिंदोरिया, दीपक गौड़, एल.एल. बागोरा, गोविंद पंवार, मुकेश करवरिया, लक्ष्मण गीते को सम्मानित किया गया। संचालन सुनील ठाकुर ने किया तथा आभार राजू चौहान ने माना।
35 वर्षों बाद यादगार रहा आयोजन : वर्ष 1982 के बाद 35 वर्षों बाद वर्ष 2017 में फेडरेशन कप का शहर में आयोजन हुआ। यह कबड्डी का महाकुंभ हर मायनो में सफलता पूर्वक सम्पन्न हुआ। आईपीएल के खिताबी मुकाबले के बावजूद यहां पर स्थित अस्थाई स्टेडियम पूरी तरह से हाऊसफुल रहा और लगभग 7 हजार से अधिक दर्शक रोमांचक खिताबी मुकाबलों के साक्षी बने।
फेडरेशन कप में कई अंतरराष्ट्रीय व अर्जुन अवार्डी खिलाडिय़ों ने अपनी चुनौती पेश की व दर्शकों को अपने प्रदर्शन से मंत्र मुग्ध कर दिया। पुरुष वर्ग में सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का पुरस्कार महाराष्ट्र के निलेश सालुंके को प्रदान किया गया जबकि महिला वर्ग में इंडियन रेलवे की ममता पूजारी सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी के पुरस्कार से नवाजी गई।