यार्जा ने कहा कि भारत काफी बड़ा है और इसके क्षेत्रों में इतनी विविधता है कि विभिन्न अधिकारियों से समन्वय चुनौतीपूर्ण हो सकता है। इसके अलावा निरीक्षण के लिए काफी अधिक यात्रा करनी पड़ती है। बुनियादी ढांचे में काफी सुधार की जरूरत थी लेकिन कुल मिलाकर मुझे भरोसा है कि यह भव्य फीफा विश्व कप होगा। उन्होंने कहा कि बेहतर फुटबॉल शिक्षा, स्टेडियम और ट्रेनिंग सुविधाएं भारत की मेजबानी में होने वाले इस टूर्नामेंट की कुछ विरासतें होंगी।
यार्जा ने कहा कि उम्मीद करता हूं कि आगामी वर्षों में भारतीय फुटबॉलर एशिया में शीर्ष पर पहुंचेंगे और यह फीफा अंडर-17 विश्व कप की असली विरासत होगी। यार्जा ने इस हफ्ते 6 स्थलों के अंतिम निरीक्षण से पहले सरकार के समर्थन की भी सराहना की। यार्जा और उनकी टीम निगरानी दौरे के लिए मंगलवार को यहां पहुंचेगी और 27 मार्च तक यहां रहेगी। (भाषा)