गगन नारंग पर 20 निशानेबाज तैयार करने की बड़ी जिम्मेदारी

शुक्रवार, 23 जून 2017 (22:28 IST)
पुणे। ओलम्पिक कांस्य पदक विजेता गगन नारंग देश के विभिन्न क्षेत्रों से 20 युवा और प्रतिभाशाली निशानेबाजों को अंतरराष्ट्रीय स्तर का चैम्पियन बनाने के लिए तैयार करेंगे। गगन नारंग द्वारा स्थापित और संचालित फाउंडेशन में चुने गए निशानेबाजों को शीर्ष स्तर के अंतरराष्ट्रीय कोचों द्वारा प्रशिक्षण दिया जाएगा। 
       
गगन नारंग स्पोर्ट्स प्रमोशन फाउंडेशन (जीएनएसपीएफ) ने अपनी महत्वाकांक्षी योजना 'द प्रोजेक्ट लीप' को लांच किया है। इस योजना के तहत जीएनएसपीएफ देश के विभिन्न क्षेत्रों से 20 युवा और प्रतिभाशाली निशानेबाजों को अंतरराष्ट्रीय स्तर का चैम्पियन बनाने के लिए प्रशिक्षण देगा।
       
'खेल रत्न पुरस्कार' से सम्मानित और ओलम्पिक पदक विजेता गगन नारंग द्वारा स्थापित और संचालित फाउंडेशन में चुने गए निशानेबाजों को शीर्ष स्तर के अंतरराष्ट्रीय कोचों द्वारा प्रशिक्षण दिया जाएगा और इसके साथ-साथ वे अत्याधुनिक सुविधाओं से भरपूर शूटिंग रेंज में अभ्यास करेंगे। उन्हें एक साल का खेल विज्ञान का सहयोग भी दिया जाएगा, ताकि वे देश के उभरते निशानेबाज बन सकें।
          
गगन ने कहा, हमने 55 निशानेबाजों की खोज की है और एक विस्तृत मूल्यांकन प्रक्रिया के माध्यम के तहत इनमें से 20 निशानेबाजों का चयन किया जाएगा। हम विभिन्न रूप की कुशलताओं की तलाश कर रहे हैं, जो विश्वस्तरीय प्रतियोगिताओं में निरंतर उच्चस्तरीय प्रदर्शन के लिए आवश्यक हैं। 'द प्रोजेक्ट लीप' योजना एक प्रकार का शोध है जिसमें न केवल चयनित 20 निशानेबाजों को प्रशिक्षण दिया जाएगा, बल्कि भारतीय निशानेबाजों के प्रदर्शन में भी सुधार किया जाएगा।
      
गगन की 'गन फॉर ग्लोरी' अकादमियों से 55 निशानेबाजों की तलाश की गई है और इसके लिए उन्होंने व्यक्तिगत रूप से प्रत्येक केंद्र की चयन प्रक्रिया की निगरानी की है। यह योजना गगन की 2024 ओलम्पिक को ध्यान में रखते हुए सलाह  कार्यक्रम का हिस्सा है। इस परिदृश्य के तहत भारतीय निशानेबाज को 2024 तक देश के खाते में 10 पदकों की उम्मीद है।
                 
गगन ने कहा, हमें सभी हितधारकों को एक-साथ लाने में काफी साल लगे और इसके बाद हमने 'द प्रोजेक्ट लीप' को तैयार किया। हम आश्वस्त हैं कि हम इन प्रतिभाओं को तराशेंगे, जो आगे चलकर विश्वस्तरीय निशानेबाजों के रूप में उभरेंगे।
                
भारत के पूर्व निशानेबाज कोच और जीएनएसपीएफ के निदेशक पवन सिंह ने कार्यक्रम के लांच पर अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि यह योजना भारत के खेल इतिहास में एक नई शुरुआत होगी।
                
पवन ने कहा, योजना के तहत चुने गए 20 निशानेबाज अपने 'गन फॉर ग्लोरी' अकादमियों में विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। उन्हें अकादमियों में प्रतिदिन अभ्यास के लिए अंतरराष्ट्रीय मानक उपकरण दिए जाएंगे। इसके अलावा युवा प्रतिभाएं 12 दिनों के शिविर में भी हिस्सा लेंगी।
                
साल 2011 में स्थापित होने के बाद से जीएनएसपीएफ निरंतर काम कर रहा है और उसने नए चैम्पियन तैयार किए हैं। इसमें पूजा घटकर, तुरही अग्रवाल, अपूर्वी चंदीला, हिना सिद्धू और रानी सरनोबत शामिल हैं। 'गन फॉर ग्लोरी' की अकादमियां पुणे, जबलपुर, मुंबई, भुवनेश्वर, अहमदाबाद और सिकंदराबाद में हैं। (वार्ता)

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