आलोचकों का कहना है कि जर्मनी में कोरोना महामारी से 4500 मौतें हो चुकी है और इसके 140000 मामले सामने आए हैं, ऐसे में फुटबॉल शुरू कराना सही नहीं है। एक समूह ने क्लबों पर लालची होने का आरोप लगाते हुए कहा, ‘महामारी के बीच में खेल शुरू कराना बाकी समाज का मजाक है। इस समय फुटबॉल से भी जरूरी चीजें हैं।’ (वार्ता)