उन्होंने कहा, ‘अब तक मैंने प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फैट, मिनरल और विटामिन के बारे में सीखा है। इनका क्या काम है, क्या नहीं। किस खाने में कौन से पोषक तत्व होते हैं। एक व्यक्ति की चिकित्सकीय स्थिति कैसी है, उसी के आधार पर पोषण संबंधित सलाह दी जाती हैं।’
उन्होंने कहा, ‘यह निश्चित रूप से सामान्य समय नहीं है, मानसिक रूप से घर पर लंबे समय के लिए रहना एक चुनौती है। इसके अलावा भी कई बड़े मुद्दे हैं जैसे वे लोग दिन में तीन वक्त का खाना भी नहीं जुटा पाते।’ (भाषा)