गोल्फ को खेल नहीं मानती पश्चिम बंगाल सरकार

मंगलवार, 4 अक्टूबर 2016 (17:03 IST)
नई दिल्ली। कोलकाता के एसएसपी चौरसिया ने अगस्त में हुए रियो ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया था, लेकिन उनके राज्य पश्चिम बंगाल की सरकार गोल्फ को ही खेल नहीं मानती है।
 
भारतीय महिला गोल्फ संघ की महासचिव चंपिका सयाल ने मंगलवार को यहां महिला इंडियन ओपन गोल्फ टूर्नामेंट के 10वें संस्करण की घोषणा के अवसर पर यह दिलचस्प जानकारी दी। 
 
सयाल ने सरकारों से गोल्फ को मदद देने के लिए आगे आने की अपील करते हुए कहा कि यदि 2020 के ओलंपिक में भारत को गोल्फ में अच्छा प्रदर्शन करना है तो सरकारों को इस खेल को पूरा सहयोग करना होगा।
 
सयाल ने गोल्फ के प्रति सरकारी उदासीनता का एक उदाहरण देते हुए कहा कि कोलकाता की एक उभरती गोल्फर हाल में राज्य सरकार के पास मदद के लिए गई थी, लेकिन उसे यह कहते हुए ठुकरा दिया गया कि राज्य सरकार गोल्फ को खेल ही नहीं मानती। 
 
उन्होंने कहा कि जब ऐसी मानसिकता होगी तो गोल्फ को बढ़ावा कैसे मिलेगा। इस मानसिकता को बदलने की जरूरत है। सरकार को थोड़ी-थोड़ी मदद करनी चाहिए ताकि गोल्फ आगे बढ़ सके। अदिति अशोक हाल में रियो ओलंपिक में उतरने वाली सबसे युवा गोल्फर बनी थी और उन्होंने अपने खेल से सबको प्रभावित किया था।  
 
यह भी दिलचस्प तथ्य है कि जो राज्य सरकार गोल्फ को खेल मानने से इंकार कर रही है उसी राज्य की एक युवा गोल्फर सिद्धि कपूर ने हाल में दिल्ली गोल्फ क्लब में खिताब जीता था। (वार्ता)

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