वंदना के कारण 125 सालों में पहली बार महिला हॉकी में
ओलंपिक में साउथ अफ्रिफा के खिलाफ उन्होंने कमाल का खेल दिखाते हुए हमेशा-हमेशा के लिए अपना नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज करवा लिया। वंदना 'करो या मरो' वाले मुकाबले में अफ्रीकी टीम के खिलाफ तीन गोल दागे और ओलंपिक में हैट्रिक बनाने वाली भारत की पहली महिला खिलाड़ी बन गई। वंदना से पहले किसी ने भी 125 सालों के इतिहास में महिला हॉकी में हैट्रिक नहीं बनाई थी।