बड़े मैचों को खेलने और जीत दर्ज करने के उनके अनुभव से टीम के युवा खिलाड़ियों को दबाव से बेहतर तरीके से निपटने में मदद करेगा। अंकिता ने कहा, ‘मैंने सत्र की अच्छी शुरुआत की है, इसलिए प्रतियोगिता से पहले मेरा आत्मविश्वस बढ़ा है। जाहिर है सानिया हम सबको अपना सर्वश्रेष्ठ करने के लिए प्रेरित करेगी। उनकी सलाह और सुझाव से हमें काफी मदद मिलेगा।
टीम में रिया भाटिया और करमन कौर थंडी भी शामिल है जिनहें खुद को साबित करना होगा। भारतीय टीम एशिया ओशियाना ग्रुप एक में पिछली बार चौथे स्थान पर रही थी। टीम को चीन, चीनी ताइपै और कोरिया से तगड़ी चुनौती मिल सकती है क्योंकि उनकी टीमों में शीर्ष 100 में शामिल खिलाड़ी है। भारत को इंडोनेशिया और उज्बेकिस्तान के खिलाफ ज्यादा परेशानी नहीं होना चाहिए।