भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (AFI) की उपाध्यक्ष अंजू बॉबी जॉज ने बुधवार को कहा कि इस साल होने वाले पेरिस ओलंपिक में एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता स्टीपलचेज धाविका पारूल चौधरी पर नजरें रहेंगी और उन्हें भाला फेंक में एक से अधिक पदक की उम्मीद है।
जुलाई-अगस्त में होने वाले पेरिस खेलों के लिए अब तक भारत के नौ ट्रैक एवं फील्ड खिलाड़ियों ने क्वालीफाई किया है। भाला फेंका में गत चैंपियन नीरज चोपड़ा और किशोर जेना ओलंपिक में जगह बना चुके हैं।
पारूल ने पिछले साल हांगजोउ एशियाई खेलों की 5000 मीटर स्पर्धा में स्वर्ण और 3000 मीटर स्टीपलचेज में रजत पदक जीता था। यह 28 वर्षीय धाविका 3000 मीटर महिला स्टीपलचेज में नौ मिनट से कम का समय लेने वाली पहली भारतीय है।
अंजू ने बुधवार को भारत स्पोर्ट्स साइंस कॉनक्लेव के इतर PTI (भाषा) वीडियो से कहा, एथलीटों का एक समूह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एथलेटिक्स में काफी अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। हमारा लक्ष्य भाला फेंक में तीन (पदक) हासिल करना है।
उन्होंने कहा, फिर हमारे पास लंबी कूद के खिलाड़ी हैं, हमारे पास त्रिकूद के खिलाड़ी हैं, स्टीपलचेज में पारुल चौधरी उन लोगों में से हैं जिन पर नजरें रहेंगी लेकिन ओलंपिक के बारे में बहुत कुछ भविष्यवाणी नहीं की जा सकती।
लंबी कूद में विश्व चैंपियनशिप की पूर्व कांस्य पदक विजेता अंजू ने कहा कि वह संतुष्ट हैं कि खिलाड़ियों की ट्रेनिंग में सुधार के लिए किस तरह तकनीक का उपयोग किया जा रहा है।
उन्होंने कहा, मैं इसे गेमचेंजर कह सकती हूं। हमारे समय में ऐसा कुछ नहीं था, भारतीय खेलों में जो बदलाव हो रहे हैं और खेल विज्ञान हर खिलाड़ी के करियर में बड़ी भूमिका निभा रहा है।
नीरज, पारूल और जेना के अलावा एथलेटिक्स में अविनाश साब्ले (पुरष तीन हजार मीटर स्टीपलचेज), आकाशदीप, विकास सिंह और परमजीत सिंह बिष्ट (सभी पुरुष तीन हजार मीटर स्टीपलचेज), प्रियंका गोस्वामी (महिला 20 किमी पैदल चाल) और मुरली श्रीशंकर (पुरुष लंबी कूद) पेरिस खेलों के लिए क्वालीफाई कर चुके हैं।