उन्होंने कहा कि जब हम आक्रमण पर होते हैं तो हमारी रक्षापंक्ति कमजोर पड़ जाती है। यह काफी पुरानी कहानी है कि आक्रमण के समय जवाबी हमला होने पर उसे रोकने की खास व्यवस्था नहीं होती है। यह मानसिकता से जुड़ा मसला है। खिलाड़ियों को अपनी मानसिकता बदलनी होगी। यह हमारे नियंत्रण में है और हमें तुरंत इसमें सुधार की जरूरत है। हमें अपने पाले में रक्षण की कला सीखने की जरूरत है।