चोपड़ा ने 85.17 मीटर की दूरी के साथ सोने का तमगा अपने नाम किया। मालदोवा के एंड्रियन मारडेयर 81.48 मीटर के साथ रजत पदक जीतने में सफल रहे जबकि लिथुआनिया के एडिस मातुसेविसियस ने 79.31 मीटर की दूरी के साथ कांस्य पदक अपने नाम किया। त्रिनिदाद एवं टोबैगो के वालकोट 78.26 मीटर के प्रयास के साथ पांचवें स्थान पर रहे।
पानीपत के 20 साल के चोपड़ा ने 2016 में उस समय सुर्खियां बटोरी थीं जब उन्होंने 2016 विश्व जूनियर चैंपियनशिप में 86.48 मीटर के विश्व रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण पदक जीता था। उन्होंने इस साल गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीता और फिर दोहा डायमंड लीग में चौथे स्थान पर रहने के दौरान 87.43 मीटर के प्रयास के साथ नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया।
एएफआई अध्यक्ष आदिले सुमारिवाला ने चोपड़ा की तारीफ में ट्वीट किया, बेहतरीन काम किया नीरज। ऐसे ही आगे बढ़ते रहो। नीरज और कोच उवे होन (भाला फेंक में पूर्व विश्व रिकॉर्ड धारक) को बधाई। भारतीय एथलेटिक्स महासंघ की सिफारिश पर नीरज को कोच के साथ फिनलैंड भेजने के लिए राजी होने पर साइ और भारत सरकार को धन्यवाद। (भाषा)