पुरुष टीम मैड्रिड में अपने दो अभ्यास मैच खेलकर सीधे ब्राजील पहुंची हैं जबकि ओलंपिक के लिए अपनी अंतिम तैयारियों को पुख्ता करने के लिए अमेरिका दौरे पर गई महिला टीम फिलेडेल्फिया से ब्राजील पहुंची है। अमेरिकी दौरे में महिला टीम का प्रदर्शन काबिलेतारीफ रहा था जहां उसने कनाडा से दो मैच और अमेरिका से एक मैच जीता। हालांकि पुरुष टीम को स्पेन से अपने दोनों अभ्यास मैचों में शिकस्त झेलनी पड़ी थी।
महिला टीम 36 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद ओलंपिक खेलों के लिए क्वालीफाई करने में कामयाब रही है और इन खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व करने उतरी है। युवा कप्तान सुशीला चानू के नेतृत्व में रियो पहुंची महिला टीम को पूल बी में रखा गया है जिसमें उसके साथ अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, अमेरिका और जापान अन्य टीमें हैं।
ओलंपिक में भारतीय महिला हॉकी टीम का प्रतिनिधित्व करने को लेकर उत्साहित चानू ने आत्मविश्वास जाहिर करते हुए कहा, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया सीरीज में लगातार हार झेलने के बाद अमेरिका दौरे पर मिली जीत से हमारा मनोबल काफी ऊंचा हुआ है और ओलंपिक खेलों से हमें इसी की जरूरत थी। (वार्ता)