विनेश फोगाट 53 किग्रा वर्ग के फाइनल मे रूस की मलयशेव से 0-10 से तकनीकी श्रेष्ठता के आधार से पराजित हुईं और उन्हें रजत मिला। विनेश ने इस सत्र में स्पेन ग्रां प्री, यासर दोगु इंटरनेशनल और पोलैंड ओपन में स्वर्ण पदक जीते थे।
भारत के लिए खुशी का अवसर तब आया जब ओलंपिक कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक कांस्य के मुक़ाबले में रूस की कजयमोवा के मैट आते ही ताबड़तोड़ हमले बोले और कजयमोवा को 6-4 से शिकस्त दी। साक्षी इससे पहले सेमीफाइनल में हंगरी की एम सस्टिन के खिलाफ 5-4 से आगे होने के बावजूद आखिरी क्षणों में अंक देकर मात खा गई थीं। इससे पहले पिंकी ने 55 किग्रा में रजत, रानी ने 72 किग्रा में रजत और नवजोत ने 65 किग्रा में कांस्य पदक जीता था।
भारतीय महिला कुश्ती टीम के पूर्व कोच कृपाशंकर ने इस प्रदर्शन पर कहा कि भारतीय महिला कुश्ती टीम को गटरेंज कुश्ती पर और अधिक काम करने की आवशकता है। कृपाशंकर ने कहा, विपक्षी महिला पहलवान के नीचे आने के बाद हमारी लडकियां आसानी से गटरेंज तकनीक पर अंक गवा देती है। हमारी महिला पहलवान गटरेंज तकनीक के डिफेंस पोजीशन पर विदेशी पहलवानों के सामने बहुत ही निर्बल साबित हुई हैं। हमें समय रहते इस दिशा में काम करने की आवश्यकता है।