पुरुष हॉकी टीम के सभी 18 सदस्य पहले ही टॉप्स में शामिल हैं और सूत्रों के अनुसार महिला टीम को 18वें एशियाई खेलों में रजत पदक जीतने के लिए जल्द ही यह इनाम मिलेगा। एक सूत्र ने बताया कि महिला टीम को पहले ही एसीटीसी (ट्रेनिंग एवं प्रतियोगिताओं के लिए वार्षिक कैलेंडर) से कोष मिल रहा है। यह टॉप्स के अंतर्गत मिलने वाले मासिक 50,000 रुपए का मामला है।
स्पोर्ट्स इंडिया के एक अधिकारी ने बताया कि हॉकी इंडिया बार-बार महिला टीम को टॉप्स में शामिल करने का आग्रह कर रहा है। हॉकी इंडिया ने महिला टीम को टॉप्स में शामिल करने का प्रस्ताव भेजा है। फिलहाल हमइस प्रस्ताव की समीक्षा कर रहे हैं और संभावना है कि टॉप्स सूची की अगली समीक्षा में उन्हें शामिल किया जा सकता है।
हॉकी इंडिया ने इस कदम का स्वागत करते हुए कहा है कि कभी नहीं होने से बेहतर है कि काम देरी से हो जाए। हॉकी इंडिया के एक अधिकारी ने कहा कि यह व्यावहारिक फैसला है। हम शुरुआत से ही महिला टीम को टॉप्स में शामिल करने की मांग कर रहे हैं लेकिन अब तक उनकी अनदेखी की गई। लेकिन अब लगता है कि टर्फ पर शानदार प्रदर्शन के बाद लड़कियों को वह मिल जाएगा जिसकी वे हकदार हैं।
अधिकारी ने साथ ही बताया कि टॉप्स समिति लाभार्थियों का कोर समूह बनाने पर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि हमने राष्ट्रीय महासंघों को सुझाव देने को कहा है। टॉप्स टीम सभी खिलाड़ियों के आंकड़ों का आकलन कर रही है। 30 अक्टूबर तक हम काम पूरा करने की स्थिति में होने चाहिए। अधिकारी ने बताया कि अब से टॉप्स में शामिल खिलाड़ियों का दैनिक आकलन होगा।
अधिकारी ने कहा कि कोर समूह के तैयारी होने के बाद पूरा ध्यान चुनिंदा खिलाड़ियों के समर्थन पर होगा, हालांकि उनके प्रदर्शन आधार पर कुछ बदलाव की उम्मीद की जा सकती है। उन्होंने कहा कि अचानक एक नया, अनजान खिलाड़ी अपने प्रदर्शन के दम पर सामने आ सकता है और प्रदर्शन खराब होने पर स्थापित नाम वाले खिलाड़ी को हटाया जा सकता है। (भाषा)