मेंदोला ने इस्पोरा की गतिविधियों की भी सराहना की और कहा कि खेल पत्रकार भले ही खुद सामने नहीं आते, लेकिन हमेशा खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने में कभी पीछे नहीं हटते। खिलाड़ी मैदान पर खुब मेहनत करता है और उसकी उपलब्धियों को आम जनता के समक्ष लाने के लिए खेल पत्रकार कन्धे से कन्धा मिलाकर साथ चलता है।
उन्होंने कहा कि हमने म.प्र. ओलंपिक संघ के माध्यम से पूर्व में प्रयास भी किया था कि खेल पत्रकारों को शासन द्वारा सम्मान दिया जाए, लेकिन अब तक सफलता नहीं मिली है और मेरा प्रयास यही है कि जल्द ही खेल पत्रकारों को भी उचित सम्मान मिले।
इस दौरान इस्पोरा अध्यक्ष ओम सोनी, सचिव विकास पांडे व वरिष्ठ खेल पत्रकार सुभाष सातालकर मौजूद थे। मैंदोला का स्वागत गजेन्द्र नागर, डॉ. ए.के. दास, किशोर शुक्ला, प्रमोद सोनी, विनय यादव, प्रदीप पालीवाल, प्रकाश कजोड़िया, प्रवीण सावंत, निलेश करोसिया, विनय वर्मा, गौरीशंकर दुबे, समीर देशपांडे, मानसिंह यादव ने किया। कपीश दुबे ने संचालन किया तथा आभार मयंक यादव ने माना।
अध्यक्ष बनने पर किया अभिनंदन : इस दौरान हाल ही में म.प्र. ओलंपिक संघ मे लगातार तीसरी बार अध्यक्ष बनने पर श्री मेंदोला का अभिनंदन खेल पत्रकारों व इस्पोरा के सदस्यों द्वारा किया गया। मेंदोला ने अपने सत्कार के लिए आभार माना और कहा की खेलों के बढ़ावे के लिए मैं हमेशा तत्पर हूं। खेल पत्रकारों के प्रोत्साहन में भी कभी पीछे नहीं हटूंगा।
यह पत्रकार हुए पुरस्कृत : वार्षिक खेल महोत्सव के तहत चार स्पर्धाओं का अयोजन किया गया था, जिसमें टेबल-टेनिस में विभुती शर्मा विजेता रफी मोहम्मद शेख उपविजेता रहे। बैडमिंटन का खिताब विजय रांगणेकर के नाम रहा जबकि उपविजेता राहुल शेलगांवकर रहे।