Varun Kumar News : भारत के मुख्य कोच क्रेग फुल्टन ने शुक्रवार को कहा कि डिफेंडर वरुण कुमार के खिलाफ बलात्कार का आरोप पुरुष हॉकी टीम (Indian Men's Hockey Team) का ध्यान भटकाने वाला है और एफआईएच प्रो लीग (FIH Pro League) से उनकी अनुपस्थिति को चोट के कारण झटका माना जाएगा।
अर्जुन पुरस्कार विजेता वरुण ने बलात्कार का आरोप लगने के बाद टूर्नामेंट से अपना नाम वापस ले लिया। वह इस आरोप से निपटने के लिए कानूनी विकल्प तलाश रहे हैं। उन्होंने इस आरोपों को पैसे ऐंठने का सुनियोजित प्रयास करार दिया।
भारत को टूर्नामेंट के शुरुआती मैच में शनिवार को स्पेन से भिड़ना है।
फुल्टन ने मैच पूर्व संवाददाता सम्मेलन में कहा, यह एक चुनौतीपूर्ण स्थिति है लेकिन आप इतने पेशेवर होते हैं कि इन चीजों से निपट सके। मैच से पहले हमारे पास अपनी योजनाएं है।
उन्होंने कहा, अगर आप इसे खिलाड़ी के चोटिल होने के नजरिये से देखेंगे तो समझेंगे कि हमारा कोई खिलाड़ी चोटिल हो गया है। ऐसे में आप क्या करते है? खिलाड़ी के चोटिल होने पर आपकी योजना क्या होती है? वरुण यहां नहीं है। उसकी गैरमौजूदगी में क्या योजना है? जब भी कोई स्ट्राइकर, मिडफील्डर या रक्षापंक्ति का कोई खिलाड़ी चोटिल होता है तो उसके लिए कोई विकल्प के तौर पर कोई योजना होती है।
भारतीय कोच ने कहा, हम पेशेवर तरीके से आगे बढ़ रहे हैं। यह ध्यान भटकाने वाला है, यह चुनौतीपूर्ण है, यह बहुत अच्छा नहीं है लेकिन हमें आगे बढ़ना होगा, हमारे पास एक योजना है कि हम कैसे आगे बढ़ेंगे।
भारत के कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने उम्मीद जताई कि वरुण को बाद में अन्य टूर्नामेंटों में खेलने का मौका मिलेगा।
हरमनप्रीत ने कहा, वह 29 (संभावित खिलाड़ियों) की सूची में हैं। कोच ने पहले ही कहा है कि वह टीम बदलते रहेंगे, इसलिए निश्चित रूप से वह (वरुण) भी खेल सकता है और निश्चित रूप से वह हमारे साथ भी रहेगा।
ऐसी परिस्थितियों में पैडी अपटन जैसे मानसिक अनुकूलन कोच की टीम में जरूरत के बारे में पूछे जाने पर फुल्टन ने कहा कि टीम अपने काम पर डटे रहने और अपनी मूल्यों को कायम रखने में सफल रही।
अपटन एशियाई चैम्पियंस ट्रॉफी और एशियाई खेलों में भारतीय पुरुष टीम के साथ थे। वह दक्षिण अफ्रीका दौरे पर भी केपटाउन में भारतीय खिलाड़ियों से मिले थे।
कप्तान हरमनप्रीत ने कहा कि एफआईएच प्रो लीग के घरेलू चरण के इन मैचों से ओलंपिक के लिए टीम चुनने में मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा, ओलंपिक से पहले भारत में मैचों की ये आखिरी श्रृंखला है। इसलिए यह हमारे लिए खुद को परखने और सुधार करने का एक अच्छा मौका है। हमें देखना होगा कि हम इस अवसर का उपयोग कैसे करते हैं और ओलंपिक की तैयारी कैसे करते हैं। (भाषा)