हारीमोतो ने सेमीफाइनल में भारत के शीर्ष खिलाड़ी अचंत शरत कमल को 4-2 से हराकर फाइनल में जगह बनाई थी। ओवचेरोव ने खिताबी मुकाबले में अपने समग्र अनुभव का इस्तेमाल करते हुए हारीमोतो को एकतरफा अंदाज में 4-0 से शिकस्त दी। उन्होंने हारीमोतो को 11-6,11-8,11-4,14-12 से हराया।
जापान के लिए राहत की बात रही कि महिला एकल में साकुरा मोरी ने फाइनल में स्वीडन की मातिल्दा इक्होल्म को कड़े संघर्ष में 4-3 से हराकर खिताब अपने नाम किया। 37 वीं रैंकिंग की मोरी ने मातिल्दा को 7-11,11-5,11-8,12-10,6-11,8-11,11-6 से शिकस्त दी। यह 34 वर्षीय मोरी का पहला वर्ल्ड टूर खिताब है।
मोरी ने इससे पहले अपनी हंगरी की जोड़ीदार जियोर्जिना पोटा के साथ मिलकर महिला युगल के फाइनल में शीर्ष वरीय हांगकांग की होई केम डू तथा हो चिंग ली की जोड़ी को 9-11, 11-3, 5-11, 14-12, 11-8 से हराकर खिताब अपने नाम किया था। (वार्ता)