श्रीकांत ने कहा कि मैं अभी अच्छा खेल रहा हूं और आत्मविश्वास से भरा हूं, लेकिन ऐसे बड़े टूर्नामेंट में हर खिलाड़ी पूरी तैयारी के साथ आता है इसलिए मैं अभी यह नहीं सोच रहा हूं कि फाइनल में कैसा खेलूंगा। मेरा सारा ध्यान पहले दौर के मैच पर लगा है।
रैंकिंग में पूर्व में तीसरे नंबर पर रहे इस खिलाड़ी ने कहा कि 3 टूर्नामेंट के बाद मैंने ब्रेक लिया था और ब्रेक के बाद पहले दौर काफी मुश्किल होता है इसलिए मैं एक समय सिर्फ एक मैच के बारे में सोच रहा हूं। मैंने कोई लक्ष्य निर्धारित नहीं किया है और एक समय पर एक लक्ष्य के बारे में सोच रहा हूं। मैं पहले दौर से ही अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करूंगा, क्योंकि इतने बड़े टूर्नामेंट में एक भी मैच में खराब प्रदर्शन से नुकसान हो सकता है।
चैंपियनशिप में 8वीं वरीयता प्राप्त श्रीकांत ने कहा कि जब आप गैरवरीय खिलाड़ी के खिलाफ खेल रहे होते है तो उसके पास खोने के लिए कुछ नहीं होता जबकि आप पर दबाव होता है। मैं समझता हूं मैच 90 प्रतिशत आपकी मेहनत और 10 प्रतिशत किस्मत पर निर्भर करता है। टेनिस खिलाड़ी रोजर फेडरर के प्रशंसक श्रीकांत ने कहा कि विंबलडन में फेडरर की जीत से उन्हें प्रेरणा मिलेगी। (भाषा)