इंडियन ओपन 2022 के फाइनल में छाए लक्ष्य सेन, विश्व चैंपियन को धूल चटाकर जीता खिताब

रविवार, 16 जनवरी 2022 (18:49 IST)
नई दिल्ली। विश्व चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता और तीसरी सीड लक्ष्य सेन ने विश्व चैंपियन सिंगापूर के लोह कीन यू ने रविवार को लगातार गेमों में 24-22, 21-17 से हराकर इंडिया ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट में पुरुष एकल खिताब जीत लिया जबकि सात्विकसैराज रेंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की भारतीय जोड़ी ने तीन बार के विश्व चैंपियन और शीर्ष वरीयता प्राप्त इंडोनेशिया के हेंड्रा सेतियावान और मोहम्मद अहसान की जोड़ी को 21-16, 26-24 से हराकर पुरुष युगल खिताब जीता।
 
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युवा लक्ष्य ने इंदिरा गांधी स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स के केडी जाधव इंडोर हाल में खेले गए फ़ाइनल में पांचवीं सीड लोह को 54 मिनट में हराया। लक्ष्य ने अपनी इस कामयाबी से 1981 में प्रकाश पादुकोण और 2015 में किदाम्बी श्रीकांत के यह खिताब जीतने की उपलब्धि को दोहरा दिया। लक्ष्य ने इस जीत से लोह के खिलाफ अपना करियर रिकॉर्ड 3-2 कर दिया है।
 
सेन ने विश्व चैंपियन लोह को हराकर अपना पहला सुपर 500 खिताब जीता, जबकि सात्विक और चिराग ने शीर्ष वरीयता प्राप्त हेंड्रा सेतियावान और मोहम्मद अहसान को हराकर सनराइज इंडिया ओपन खिताब, जो एचएसबीसी बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड टूर टूर्नामेंट सीरीज का हिस्सा है, जीता। 2019 में इन दोनों ने थाईलैंड ओपन ताज जीता था और अब नए साल पर इन्होंने अपने लिए नया खिताब अर्जित किया है।
 
लक्ष्य ने पहले गेम में 16-9 और 19-14 की बढ़त बना ली थी। लोह फिर लगातार छह अंक लेकर 20-19 से आगे हो गए। लक्ष्य ने 20-20 से बराबरी हासिल की। लोह ने 22-21 की बढ़त बनायी लेकिन लक्ष्य ने लगातार तीन अंक लेकर पहला गेम 24-22 से जीत लिया। दूसरे गेम में लक्ष्य ने 16-11 की बढ़त बनाने के बाद फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा। लोह ने वापसी की कोशिशों में स्कोर को 17-19 किया लेकिन लक्ष्य ने दो अंक लेकर गेम और मैच निपटा दिया और नए इंडिया ओपन चैंपियन बन गए। लक्ष्य यह खिताब जीतने वाले पांचवें भारतीय बन गए हैं।
 
लक्ष्य ने मैच के बाद कहा कि यह एक महत्वपूर्ण पहला गेम था। मैं आगे चल रहा था और फिर स्कोर 20-20 हो गया। लेकिन मैं पहला गेम खींचने में कामयाब रहा और इससे मुझे काफी आत्मविश्वास मिला।" पूरे टूर्नामेंट के बारे में 20 वर्षीय लक्ष्य ने कहा, "मैं इस टूर्नामेंट में बहुत उम्मीदों के साथ नहीं आया क्योंकि विश्व चैंपियनशिप के बाद मुझे बहुत अभ्यास का मौका नहीं मिला। लेकिन मैं फाइनल में एक बेहतर लय के साथ आया था क्योंकि मैंने इससे पहले तीन अच्छे गेम मैच खेले और इसी कारण मैं आज फाइनल में और अधिक स्वतंत्र रूप से खेला।"
 
इससे पहले भारतीय जोड़ी ने 43 मिनट में अपना मुकाबला जीता। भारतीय जोड़ी ने पहला गेम आसानी से जीता लेकिन दूसरे गेम में एक-एक अंक के लिए संघर्ष हुआ। रेंकीरेड्डी और चिराग दूसरे गेम में 19-17 से आगे थे लेकिन विपक्षी जोड़ी ने तीन अंक लेकर 20-19 की बढ़त बना ली। भारतीय जोड़ी ने 20-20 से स्कोर बराबर किया। इसके बाद सेतियावान और मोहम्मद अहसान एक-एक अंक आगे बढ़ाते रहे लेकिन भारतीय जोड़ी स्कोर बराबर करती रही। 24-24 के स्कोर पर भारतीय जोड़ी ने लगातार दो अंक लेकर गेम और मैच समाप्त कर दिया।
 
दूसरे गेम में पांच गेम पॉइंट के बारे में सात्विक ने कहा कि हम जानते थे कि वे थके हुए हैं और जोखिम लेंगे। इसलिए, हमने चीजों को चुस्त-दुरुस्त रखा और हमारा यह प्रयास काम कर गया।” शनिवार को हुए सेमीफाइनल के बाद नेट प्ले का अभ्यास करने वाले चिराग ने कहा, "आज हमने जिस तरह से डिफेंड किया वह बहुत शानदार था। मुझे लगता है कि जिस तरह से हमने दबाव को संभाला और दूसरे गेम के अंतिम चरण में खुद को शांत बनाए रखा वह वास्तव में काफी अच्छा था।"
 
इससे पहले दूसरी सीड बुसानन ओंगबामरुंगफान ने एक घंटे 16 मिनट तक चले कड़े मुकाबले में हमवतन और छठी सीड सुपानिदा कतेथोंग को 22-20, 19-21, 21-13 से हराकर महिला एकल खिताब जीता। महिला युगल खिताब थाईलैंड और मिश्रित युगल खिताब इंडोनेशिया के हिस्से में गया।
 
थाईलैंड की बेन्यापा और नुंतकर्ण एमसार्ड ने रूस की अनास्तासिया अक्चुरिना और ओल्गा मोरोज़ोवा को 21-13, 21-15 से हराकर महिला युगल खिताब जीता, जबकि ही योंग काई टेरी और टैन वेई हान की सिंगापुर की पति-पत्नी की जोड़ी ने मलेशिया की तीसरी वरीयता प्राप्त चेन टैंग जी और पेक येन को मिश्रित युगल के फाइनल में वेई 21-15, 21-18 से हराया।

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