इस महान खिलाड़ी ने 43 बरस की उम्र में भी खुद को प्रेरित रखा है और ट्रेनिंग और अपने शरीर को फिट रखने के ऐसे तरीके ढूंढे हैं जिससे कि वे युवा खिलाड़ियों को टक्कर दे सकें। पेस को अपने करियर के दौरान कभी बड़ी चोट का सामना नहीं करना पड़ा, हालांकि अतीत में टखना मुड़ने जैसी कुछ छोटी-मोटी चोटों से वे परेशान रहे।
इस तरह की फिटनेस के लिए ट्रेनिंग के बारे में पूछने पर पेस ने कहा कि मैं 20 साल पहले जिस तरह की ट्रेनिंग करता था, यह उससे पूरी तरह से अलग है तथा 20 साल पहले मैं अपनी मांसपेशियों को मैच स्थिति में ढालने की कोशिश करता था। मुझे प्रतिदिन 50 से 75 सर्विस करनी पड़ती थी।
उन्होंने कहा कि मैं कभी एडवांटेज कोर्ट, तो कभी ड्यूस कोर्ट पर सर्विस खेलता था। पूरे शरीर के हिस्सों पर इसे दोहराना होता था जिससे कि वे इसे याद रखें, जिससे कि जब मैं दबाव में रहूं तो यह दोहराव अपने आप हो जाए। जब मैं विंबलडन सेमीफाइनल में खेल रहा हूं और 4-5 के स्कोर पर दबाव में सर्विस कर रहा हूं तो गलती नहीं करूं। (भाषा)