'अभय प्रशाल' बना भारतीय टेबल टेनिस के लिए नई मिसाल

इंदौर। अंतरराष्ट्रीय टेबल टेनिस फेडरेशन ने रीजनल एशियन होप्स के शिविर की जिम्मेदारी मध्यप्रदेश टेबल टेनिस एसोसिएशन को सौंपी है। इस शिविर की शुरुआत 'अभय प्रशाल' में शुरू हो चुकी है, जो 13 अगस्त तक चलेगी। शिविर में भारत समेत 9 देशों की 24 बाल प्रतिभाएं अपने हुनर को निखारने में जुटीं हुई हैं। 'अभय प्रशाल' में पिछली विश्वस्तरीय खेल प्रतियोगिताओं के सफलतापूर्वक आयोजन का ही नतीजा है कि भारत को पहली बार इस तरह के शिविर के लिए चुना गया है। यह बात एक विशेष मुलाकात में मध्यप्रदेश टेबल टेनिस एसोसिएशन के आजीवन अध्यक्ष श्री अभय छजलानी ने कही। 
उन्होंने कहा कि 1962-63 के पूर्व प्रदेश के टेबल टेनिस संगठन का मुख्यालय जबलपुर हुआ करता था, लेकिन जब से यह इंदौर आया है, तब से उसने निरंतर प्रगति ही की है। मध्यप्रदेश सरकार द्वारा प्रदान किए गए स्थान और साधन के साथ-साथ इंदौर शहर के नागरिकों के सहयोग से 'अभय प्रशाल' का निर्माण हुआ। 'अभय प्रशाल' आज इस मुकाम पर पहुंच गया है कि भारतीय टे‍बल टेनिस संगठन को उस पर पूरा भरोसा है कि वह किसी भी आयोजन को सफलतापूर्वक कर सकता है। यही कारण है कि अंतरराष्ट्रीय टेबल टेनिस संगठन ने रीजनल एशियन होप्स के शिविर के इस स्थल का चुनाव किया है। 
 
अभयजी ने कहा कि शिविर में 12 साल से कम उम्र के बच्चों की प्रतिभा को निखारने का काम विश्व संगठन की मदद से किया जा रहा है। यही बच्चे भविष्य में विश्वस्तरीय प्रतियोगिताओं में आपको खेलते हुए नजर आएंगे। विभिन्न देशों से यहां जो भी बच्चे आए हैं, उन्हें हमने घर जैसा वातावरण और विश्वस्तरीय खेल सुविधाएं मुहैया करवाई हैं। उन्हें खेल के अलावा भोजन और रहवास की उच्चस्तरीय सुविधाएं प्रदान की गई हैं। यही कारण है कि उन्हें यह लग ही नहीं रहा है कि वे अपने घर और देश से बाहर हैं। 
 
इस आयोजन की मुख्य विशेषता यह है कि जिस देश से भी खिलाड़ी आए हैं, उनके साथ एक कोच भी आया है। जब यह खिलाड़ी अपने देश वापस जाएंगे, तब तकनीक के मामले में कोच उनकी मदद करेंगे, जो कुछ उन्होंने इंदौर में सीखा है। यह अपने आप में एक अनूठा प्रयोग है। ऐसा पहली बार हो रहा है कि खिलाड़ी के साथ-साथ उस देश के कोच को भी शिविर में हिस्सा लेने का मौका मिल रहा है। 
अभयजी ने कहा कि मध्यप्रदेश टेबल टेनिस एसोसिएशन के चेयरमैन ओम सोनी और महासचिव जयेश आचार्य के साथ ही पूरी टीम इस शिविर को सफल बनाने में जुटी हुई है। उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश यही है कि जो बच्चे विभिन्न देशों से आए हैं, वे यहां से सुनहरी यादें लेकर लौटें। यूं भी मेहमाननवाजी में हमारे शहर की पुरानी साख रही है और इसी साख को हम आगे बढ़ा रहे हैं। इंदौर में इससे पहले भी अंतरराष्ट्रीय स्तर के कई आयोजन सफलता के साथ किए हैं। यही कारण है कि 'अभय प्रशाल' भारतीय टेबल टेनिस के लिए नई मिसाल बन गया है।

विश्व टेबल टेनिस का 'हॉट स्पॉट' 
 

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