मैरीकॉम ने कहा कि मुझे खुशी है कि मैंने फिर इतिहास रचा। देश के लिए इन खेलों में महिला मुक्केबाजी में पहला पदक जीतकर अच्छा लग रहा है। यह पदक और मेरा हर पदक मेरे लिए खास है, क्योंकि मैंने सबके लिए मेहनत की है। जब तक फिट हूं, मैं यह मेहनत करती रहूंगी।
उन्होंने कहा कि मैं यह पदक अपनी मां को समर्पित करता हूं। मैं टोकियो ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करना चाहता हूं और तिरंगा लहराते देखना चाहता हूं। अमित और मनीष दोनों बंटे हुए फैसले पर हार गए। अमित को इंग्लैंड के गालाल याफाइ ने हराया, वहीं मनीष को ऑस्ट्रेलिया के हैरी गारसाइड ने 3-2 से मात दी। (भाषा)