पांच बार की विश्व चैंपियन मैरीकाम ने कहा, 'ईश्वर के आशीर्वाद से इस खेल ने मुझे बहुत कुछ दिया है। बस एक ही सपना ओलंपिक में स्वर्ण पदक को जीतने का अधूरा रह गया है। मैं रियो में अपने सपने को पूरा करने के लक्ष्य के साथ उतरूंगी और यह मेरा आखिरी टूर्नामेंट होगा।'
रियो के लिए क्वालिफाई करने के बारे में इस शीर्ष मुक्केबाज ने कहा, 'विश्व भर के शीर्ष मुक्केबाजों के साथ रियो के लिए क्वालिफाई करना वाकई एक कड़ा मुकाबला होगा। मैं इस समय मानसिक और शारीरिक फिटनेस बनाए रखने के लिए परिवार से दूर कड़ा अभ्यास कर रही हूं।'
युवा लड़कियों को प्रोत्साहित करते हुए उन्होंने कहा, 'एक लड़की, महिला और मां होने के साथ-साथ जब मैं यह कर सकती हूं तो आप सभी क्यों नहीं। बड़े सपने देखो और उन्हें साकार करने के लिए जुट जाओ। आपको अपने सपने साकार करने के लिए जीवन में अनुशासन, समर्पण और उनके पूरा होने की उम्मीद बनाए रखना चाहिए। जीवन में सफल होने में बहुत सी कठिनाइयां आती हैं लेकिन धैर्य और साहस से हम ऊंचा मुकाम हासिल कर सकते हैं।' (वार्ता)