वे मैदान में बोतलें और दूसरे समान फेंकने लगे। सेन ने कहा कि घरेलू मैचों में तीन ड्रॉ और एक हार के बाद मैं मानसिक तौर पर टीम में नहीं बने रह सकता हूं। हम घरेलू मैदान पर हारे, मैंने पहले ही सोचा था कि अगर आज हारे तो इस्तीफा दे दूंगा। सेन दिसंबर 2014 में टीम के साथ जुड़े थे और 2014-15 सत्र में उन्होंने टीम को चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाई थी। (भाषा)