पुरुष वर्ग में 312 खिलाड़ी और महिलाओं में 65 खिलाड़ी उतरेंगी। चैंपियनशिप नॉकआउट आधार पर खेली जाएगी और आठ शीर्ष खिलाड़ी पुरुष, महिला तथा प्रोफेशनल कोच वर्गों में पुरस्कार राशि के लिए भिड़ेंगे। शीर्ष खिलाड़ियों को रैंकिंग अंक भी मिलेंगे, जो उनके संबंधित आयु वर्गों की राष्ट्रीय रैंकिंग सूची में जोड़े जाएंगे।
पिछले 16 वर्षों में 15 बार राष्ट्रीय चैंपियनशिप खेल चुकी जोशना ने इस मौके पर कहा राष्ट्रीय टूर्नामेंट मेरे लिए सर्वाधिक महत्व रखते हैं और व्यस्त कैलेंडर के बावजूद मैं इसमें खेलने के लिए समय निकालती हूं। मैंने जूनियर राष्ट्रीय खिताब 10 साल की उम्र में, महिला राष्ट्रीय खिताब 12 साल की उम्र में और पहला राष्ट्रीय खिताब 14 साल की उम्र में जीता था। यह टूर्नामेंट मेरे लिए सर्वोच्च है।
सौरव ने भी कहा, देश के नंबर एक खिलाड़ी के रूप में राष्ट्रीय टूर्नामेंट में खेलना मेरे लिए नैतिक जिम्मेदारी है। इस टूर्नामेंट का महत्व तभी है जब देश के शीर्ष खिलाड़ी इसमें खेलें। राष्ट्रीय टूर्नामेंट के महत्व को बनाए रखने के लिए सभी शीर्ष खिलाड़ियों को इसमें खेलना चाहिए। (वार्ता)