नीरज चोपड़ा सहित 11 खिलाड़ियों को मिला खेल रत्न, 35 खिलाड़ी बने अर्जुन अवार्डी, पढें पूरी लिस्ट
सोमवार, 1 नवंबर 2021 (18:38 IST)
नई दिल्ली: टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीत कर इतिहास बनाने वाले भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा और रजत पदक जीतने वाले पहलवान रवि दहिया, ओलंपिक पदक विजेता मुक्केबाज लवलीना बोर्गोहेन, फुटबॉल कप्तान सुनील छेत्री, महिला क्रिकेटर मिताली राज, हॉकी गोलकीपर पीआर श्रीजेश समेत कुल 11 खिलाड़ियों को सोमवार को यहां एक कार्यक्रम में देश के सर्वाेच्च खेल सम्मान खेल रत्न से सम्मानित किया गया।
खेल मंत्रालय ने राष्ट्रीय खेल पुरस्कार के विजेताओं को यहां अशोका होटल में एक कार्यक्रम के दौरान ट्रॉफियां प्रदान की। 2020 टोक्यो ओलंपिक एवं पैरालंपिक के सभी विजेताओं को ट्राफियाें के साथ-साथ प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए। केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने खिलाड़ियों को यह सम्मान प्रदान किया। कार्यक्रम में खेल रत्न के अलावा अर्जुन पुरस्कार, द्रोणाचार्य पुरस्कार, मेजर ध्यानचंद पुरस्कार, तेन जिंग नोर्गे साहस पुरस्कार, राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार और मौलाना अबुल कलाम आजाद ट्राॅफी प्रदान की गई।
पिछले साल कोरोना महामारी के कारण राष्ट्रीय खेल पुरस्कार समारोह वर्चुअल रूप से आयोजित किया गया था। राष्ट्रीय खेल पुरस्कार हर वर्ष हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की जयंती पर 29 अगस्त को राष्ट्रीय खेल दिवस के मौके पर दिए जाते हैं, लेकिन इस बार 29 अगस्त के आसपास ओलंपिक और पैरालंपिक होने के कारण पुरस्कारों को देने में देरी हुई।
राष्ट्रीय खेल पुरस्कार समिति ने टोक्यो ओलंपिक में भारत के लिए स्वर्ण पदक जीतने वाले भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा समेत 11 खिलाड़ियों का नाम साल 2021 के मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार के लिए प्रस्तावित किया था। नीरज के अलावा वाले पहलवान रवि दहिया, ओलंपिक पदक विजेता मुक्केबाज लवलीना बोर्गोहेन, फुटबॉलर सुनील छेत्री, महिला क्रिकेटर मिताली राज, हॉकी खिलाड़ी पीआर श्रीजेश समेत कुल 11 खिलाड़ियों के नाम इस लिस्ट में शामिल हैं।
इनके अलावा टोक्यो पैरालंपिक में गोल्ड समेत दो पदक जीतकर इतिहास रचने वाली महिला पैरा निशानेबाज अवनी लेखरा समेत 35 खिलाड़ियों को अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इन 35 खिलाड़ियों में क्रिकेटर शिखर धवन का नाम भी शामिल है।
पैरालंपिक खेलों का आयोजन इस साल 24 अगस्त से पांच सितंबर तक टोक्यो में हुआ। इस दौरान भारतीय एथलीटों ने रिकॉर्ड प्रदर्शन करते हुए ऐतिहासिक प्रदर्शन किया और ओलंपिक-पैरालंपिक इतिहास में सर्वाधिक 19 पदक जीते। (वार्ता)