डाइमंड लीग फाइनल्स में खिताब से चूके चोपड़ा, दूसरे स्थान पर रहे
रविवार, 17 सितम्बर 2023 (15:14 IST)
ओलंपिक और विश्व चैंपियन भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा डाइमंड लीग फाइनल के अपने खिताब का बचाव करने में नाकाम रहे और शनिवार को यहां 83.80 मीटर के सामान्य प्रदर्शन के साथ दूसरे स्थान पर रहे।
पिछले महीने विश्व चैंपियनशिप का स्वर्ण पदक जीतने वाले 25 साल के चोपड़ा को हेवर्ड फील्ड पर हुए फाइनल्स में जूझना पड़ा। उनके दो प्रयास फाउल रहे। उनका दिन का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दूसरे प्रयास में आया। उन्होंने पहले प्रयास में फाउल करने के बाद दूसरे प्रयास में भाले को 83.80 मीटर की दूरी तक फेंका। उनके अन्य प्रयास 81.37 मीटर, फाउल, 80.74 मीटर और 80.90 मीटर रहे।
डाइमंड लीग 13 चरण की एकदिवसीय प्रतियोगिता है।यह मौजूदा सत्र में चोपड़ा का 85 मीटर से कम का पहला प्रदर्शन है। उन्होंने तीसरे स्थान पर रहते हुए डाइमंड लीग फाइनल्स के लिए क्वालीफाई किया था। उन्होंने 2022 में ज्यूरिख में 88.44 मीटर के प्रयास के साथ डाइमंड लीग फाइनल्स का खिताब जीता था।
यहां हालांकि 25 डिग्री से कम तापमान और 45 प्रतिशत आर्द्रता के बीच कोई भी प्रतिस्पर्धी 85 मीटर की दूरी भी तय नहीं कर पाया।चेक गणराज्य के याकुब वाडलेच ने 84.24 मीटर के प्रयास के साथ तीसरी बार डाइमंड लीग फाइनल्स का खिताब जीता। उन्होंने अपने छठे और अंतिम प्रयास में यह दूरी तय की। वह अपने पहले प्रयास में 84.01 मीटर की दूरी के साथ शुरुआत से ही छह खिलाड़ियों के बीच शीर्ष पर चल रहे थे।
बुडापेस्ट विश्व चैंपियनशिप में कांस्य और तोक्यो ओलंपिक में चोपड़ा से पिछड़ने के बाद रजत पदक जीतने वाले वाडलेच ने 2017 और 2018 में भी डाइमंड लीग फाइनल्स के खिताब जीते हैं।
फिनलैंड के ओलिवर हेलेंडर ने 83.74 मीटर के सर्वश्रेष्ठ प्रयास के साथ तीसरा स्थान हासिल किया।
दो बार के विश्व चैंपियन एंडरसन पीटर्स का लचर प्रदर्शन जारी रहा और वह 74.71 मीटर के प्रयास से अंतिम स्थान पर रहे।
वाडलेच को डाइमंड लीग ट्रॉफी और 32 हजार डॉलर की इनामी राशि मिली। चोपड़ा को दूसरे स्थान पर रहने के लिए 12 हजार डॉलर मिले।चोपड़ा से जब भारतीय एथलेटिक्स में उनके प्रभाव के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने के बाद उनमें (भारतीयों में) भी विश्वास जगा कि वे भी जीत सकते हैं।
उन्होंने कहा, मैं बुडापेस्ट में था (विश्व चैंपियनशिप के लिए), मैंने वहां स्वर्ण पदक जीता और इससे भी भारतीय एथलेटिक्स में कुछ बदलाव आएगा।चोपड़ा इसी स्थल पर 2022 में विश्व चैंपियनशिप में दूसरे स्थान पर रहे थे।
चोपड़ा का निजी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 89.94 मीटर जबकि सत्र का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 88.77 मीटर है। उन्होंने पिछले महीने विश्व चैंपियनशिप में ऐतिहासिक स्वर्ण पदक जीतने से पूर्व पांच मई को दोहा और 30 जून को लुसाने में दो व्यक्तिगत डाइमंड लीग स्पर्धाएं जीती थी।
बुडापेस्ट में 88.17 मीटर के प्रयास के साथ विश्व खिताब जीतने के बाद वह ओलंपिक और विश्व चैंपियनशिप दोनों खिताब हासिल करने वाले इतिहास के केवल तीसरे भाला फेंक खिलाड़ी बने थे।
विश्व चैंपियनशिप का खिताब जीतने के कुछ ही दिनों बाद उन्होंने 31 अगस्त को डाइमंड लीग के ज्यूरिख चरण में प्रतिस्पर्धा की जहां वह वाडलेच के बाद दूसरे स्थान पर रहे।चोपड़ा अब इसी महीने शुरू होने वाले हांगझोउ एशियाई खेलों में हिस्सा लेंगे जहां वह इंडोनेशिया में 2018 में जीते गए स्वर्ण का बचाव करेंगे।
उन्होंने कहा, मुझे चीन में एशियाई खेलों के रूप में एक और प्रतियोगिता में हिस्सा लेना है।चोपड़ा ने कहा, बड़ी प्रतियोगिताओं में यह मानसिकता पर निर्भर करता है, हमें खुद को तैयार करने की जरूरत नहीं है। जब हम स्टेडियम में प्रवेश करते हैं तो हमारा दिमाग तैयार रहता है और शरीर प्रतियोगिता के लिए तैयार हो रहा होता है।
प्रतिभागियों के साथ संबंध पर उन्होंने कहा, मुझे इन खिलाड़ियों के साथ प्रतिस्पर्धा करना पसंद है, सभी अच्छे दोस्त हैं और हम सभी काफी अच्छी तरह प्रतिस्पर्धा करते हैं। (भाषा)