म्युनिख अकादमी में सर्बियाई खिलाड़ी के मेंटर रहे पिलिच ने कहा कि जोकोविच के 16,950 अंक थे जिसे दोबारा दोहराया नहीं जा सकता है लेकिन उसके बाद उनकी फॉर्म में गिरावट आई और कई टूर्नामेंटों में नहीं खेलने से उनके स्तर में गिरावट आई।
गत वर्ष जून में फ्रेंच ओपन खिताब जीतने के बाद जोकोविच 12 ग्रैंडस्लैम के साथ लगातार नंबर 1 बने हुए थे और उनके आसपास उस समय कोई अन्य टेनिस खिलाड़ी दिखाई नहीं दे रहा था। लेकिन नवंबर में ही ब्रिटेन के एंडी मरे ने उन्हें शीर्ष स्थान से बेदखल कर रैंकिंग में पहला स्थान हासिल कर लिया। मरे ने जोकोविच को एटीपी वर्ल्ड टूर फाइनल्स में भी पराजित किया।
29 वर्षीय जोकोविच ने फिर कतर ओपन फाइनल में मरे को हराया लेकिन इस वर्ष पहले ग्रैंडस्लैम ऑस्ट्रेलियन ओपन में वे मात्र दूसरे ही राउंड में हारकर कर बाहर हो गए। उन्हें उज्बेकिस्तान के गैर वरीय डेनिस इस्तोमिन ने हराया जबकि इसी सप्ताह ऑस्ट्रेलिया के निक किर्गियोस ने एटीपी टूर्नामेंट एकापुल्को के क्वार्टर फाइनल में दूसरी रैंक खिलाड़ी को हराकर बाहर कर दिया है।
निम्न वरीय खिलाड़ियों से लगातार हार रहे जोकोविच के पूर्व मेंटर पिलिच ने इसे जोकोविच की लगातार गिरती फॉर्म का नतीजा बताया है और संदेह जताया है कि वे कभी वापस नंबर 1 बन पाएंगे। 77 वर्षीय क्रोएशिया के पिलिच ने कहा कि नोवाक में शारीरिक और मानसिक मजबूती में कमी आई है और वे 6ठे गीयर में चले गए हैं। उनमें पहले की तरह जीत की ललक नहीं दिखती है।