33 साल के विश्व चैंपियन ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा कि ओलेक नाम के इस लड़के की मां ने उन्हें एक पत्र भेजा था जिसे पढ़ने के बाद उन्होंने अपना पदक नीलाम करने का फैसला किया। उसकी मां ने पत्र में लिखा था कि ओलेक पिछले दो साल से आंख के कैंसर से जूझ रहा है और न्यूयार्क में किया जाने वाला इलाज उसके लिए एकमात्र उम्मीद है।
उन्होंने लिखा, 'अगर आप मेरी मदद करेंगे तो मेरा रजत पदक ओलेक के लिए स्वर्ण से भी ज्यादा कीमती बन सकता है।' चक्का फेंक खिलाड़ी ने बाद में पदक का खरीददार मिलने की बात कहते हुए लिखा, 'मैं सफल रहा।' (भाषा)