चौरसिया ने गुरुवार को आईओए अधिकारियों पर अपनी भड़ास निकालते हुए कहा कि आवागमन का भी उचित इंतजाम नहीं था और उनके साथ नौकरों की तरह बर्ताव किया गया। गुप्ता ने कहा कि खिलाड़ियों के लिए यातायात सुविधा मुहैया कराना स्थानीय आयोजकों की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि स्थानीय आयोजकों को चाहिए कि हवाई अड्डे से खिलाड़ियों को लेकर उन्हें खेलगांव तक पहुंचाए।
उन्होंने कहा कि रियो में भारतीय खिलाड़ी कई जत्थों में आए। कई तो अकेले आए जिनमें चौरसिया, अनिर्बान लाहिड़ी और अदिति अशोक शामिल थे। लिएंडर पेस भी अकेले आए थे। हम हर बार हवाई अड्डे जाकर उनकी अगवानी नहीं कर सकते। यह संभव नहीं है। आईओए से बहुत कम लोग रियो गए थे और दूसरे मसलों पर भी ध्यान देना था। (भाषा)